विधायकों के भी अजब गजब शौक होते हैं। माइनिंग लीज मामले में चुनाव आयोग के रडार पर चढ़े मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के भाई और दुमका से विधायक बसंत सोरेन अंडरगारर्मेंट दिल्ली से खरीदते हैं। दरअसल जब झारखंड में उथलपुथल के बीच यूपीए विधायकों को एकजुट किया जा रहा था बसंत लापता थे।
बुधवार को लंबे अंतराल के बाद अपने क्षेत्र दुमका पहुंचे तो पत्रकारों ने उनसे उथल पुथल के बीच दिल्ली जाने के मसले पर सवाल किया तो उनका सीधा जवाब था। हां गये थे दिल्ली। वास्तव में मेरे अंडरगार्मेंट्स कम हो गये थे। अंडरगार्मेंट्स खरीदने दिल्ली गये थे। वहीं से अंडरगार्मेंट्स लाते हैं। रिसॉर्ट पालिटिक्स के सिलसिले में यूपीए विधायकों के रायपुर जाने पर उन्होंने कहा कि सब को हुआ कि माथपच्ची हो रहा है थोड़ा इंज्वाय किया जाये इसलिए निकल गये रायपुर। पूरा गठबंधन परिवार है रिफ्रेस होने के लिए निकल गये। कहा कि बीच में कुछ हलचल थी अब पूरी तरह शांत है।
#WATCH | Dumka: "I had run out of undergarments, so I went to Delhi to purchase them. I get them from there," says JMM MLA and Jharkhand CM Hemant Soren's brother, Basant Soren when asked about his visit to Delhi amid recent political unrest in the state.
(07.09.2022) pic.twitter.com/GBiNWZaLzr
— ANI (@ANI) September 8, 2022
बसंत दुमका पहुंचे तो सबसे पहले नगर थाना क्षेत्र स्थित पेट्रोल कांड की पीड़िता अंकिता के परिजनों से मिले उसके बाद राणेश्वर गये जहां एक नाबालिग आदिवासी किशोरी की हत्या कर उसे पेड़ पर लटका दिया गया था। परिजनों को नौ लाख रुपये का चेक दिया, प्रशासन एक लाख रुपये पहले दे चुका है। पेट्रोल इसे नौ लाख का चेक दिया एक लाख पहले प्रशासन द्वारा दिया गया था। अंकिता के परिहनों को पहले ही प्रशासन दस लाख का चेक दे चुका है। खिजुरिया स्थित अपने आवास में पत्रकारों से बात करते हुए दोनों घटना की निंदा की। कहा आरोप प्रत्यारोप होता रहता है भाजपा बहाना ढूंढती है लोगों के पास पहुंचने के लिए, उसके पास कोई मुद्दा नहीं है। किसी घटना के ये राजनीतिकरण करते हैं, लाश पर राजनीति कर रहे हैं। यह ओछे नेताओं की हरकत है। चौपर से आये राजनीति किये और उड़ लिये।