रांची। टेंडर घोटाला-अवैध खनन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्र को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार को करीब आठ घंटे की पूछताछ के बाद ईडी ने उन्हें गिरफ्तार किया। हेमन्त सोरेन साहिबगंज जिला के बरहेट विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और पंकज मिश्र उनके विधायक प्रतिनिधि। पंकज मिश्र की गिरफ्तारी के बाद पूजा सिंघल के साथ हेमन्त सोरेन की भी परेशानी बढ़ सकती है।
राष्ट्रपति के चुनाव में प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन की सरकार चलाने के बावजूद झामुमो ने भाजपा प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू के पक्ष में मतदान की घोषणा की और मतदान किया। तब कयास लगाया जा रहा था कि ईडी सहित केंद्रीय एजेंसियों के रुख में कुछ परिवर्तन आयेगा। मगर पंकज मिश्र प्रकरण में ईडी की कार्रवाई के बाद झामुमो का स्वर भी आक्रामक दिख रहा था। झामुमो ने आरोप लगाया कि भाजपा के एजेंट के रूप में ईडी काम कर रहा है और हेमन्त सोरेन को बदनाम करने की नीयत से कार्रवाई हो रही है।
वहीं पूजा सिंघल प्रकरण में कुछ जिला खनन अधिकारियों से पूछताछ में ईडी को जानकारी मिली थी कि संताल में अवैध माइनिंग के मास्टर माइंड के रूप में पंकज मिश्र की भूमिका रही है। पूरे मामले में अपने ट्वीट को लेकर चर्चा में रहने वाले गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पंकज मिश्र की गिरफ्तारी पर ट्वीट किया ''वही हुआ जिसका डर था, पंकज भाग नहीं पाया। आखिर ईडी ने उसका माइनिंग घोटाले में पकड़ लिया। पंकज झामुमो झारखंड का महासचिव व मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन का प्रतिनिधि है। लगता है कि अब भ्रष्टाचार का दरवाजा टूटेगा।''
ईडी ने दो बार पंकज मिश्र को समन जारी किया था मगर सेहत का हवाला देते हुए वे हाजिर नहीं हुए थे। मंगलवार को वे सुबह 11 बजे ईडी कार्यालय पहुंचे। हाल ही ईडी ने पंकज मिश्र और उनके करीबी लोगों के 18 ठिकानों पर छापेमारी की थी। पूजा सिंघल प्रकरण के बाद ईडी की कार्रवाई में ईडी ने अवैध खनन मामले में सिंघल और पंकज मिश्र के करीबी लोगों के पास से करीब 36 करोड़ रुपये जब्त किया।
पंकज मिश्र के साथ ईडी ने मंगलवार को पंकज के खास जहाज फेरी सेवा के संचालक राजेश यादव उर्फ डहू यादव को भी तलब किया था मगर मां की बीमारी का हवाला देते हुए डहू ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे। संताल इलाके में अवैध माइनिंग को लेकर पंकज सुर्खियों में रहे हैं। पूर्व खान सचिव पूजा सिंघल के ठिकानों पर ईडी के रेड और उनके सीएम के यहां से करीब 19 करोड़ रुपये नकद बरामदगी के बाद से पंकज चर्चा में थे।
पूजा सिंघल, उनके करीबी और खनन अधिकारियों से ईडी की पूछताछ के दौरान ईडी को पंकज मिश्र और उनके सहयोगियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली थी। पूजा सिंघल और उनके सहयोगियों के ठिकाने पर रेड के बाद ईडी ने मनीलाउंड्रिंग मामले में पूजा सिंघल, उनके सीएम सुमन सिंह के बाद पंकज मिश्र के रूप में तीसरी गिरफ्तारी की है। पंकज मिश्र और करीबियों के ठिकाने पर रेड के दौरान ईडी ने करीब पांच करोड़ रुपये नकद बरामद किया था। बाद में जांच के क्रम में ईडी ने पंकज मिश्र और उनके करीबी के बैंक खातों में पड़े 11.38 करोड़ रुपये ईडी ने सीज किये। सूत्रों के अनुसार रेड के क्रम में एक सौ करोड़ रुपये से अधिक के निवेश और जमीन के दस्तावेज भी ईडी के हाथ लगे हैं।
बता दें कि साहिबगंज जिला के बरहरवा में टेंडर विवाद को लेकर 2020 के जून में शंभू नंद कुमार ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसमें टेंडर विवाद के क्रम में राज्य केक ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम और पंकज मिश्र के इशारे पर पिटाई करने को लेकर मामला दर्ज कराया था। टेंडर मैनेज करने की भी शिकायत थी। बाद में ईडी ने इस केस को टेकओवर कर लिया। इधर पूजा सिंघल प्रकरण में ईडी ने सिंघल के पति और रांची के बड़े अस्पताल पल्स के मालिक अभिषेक झा, सीएम सुमन कुमार, कनीय अभियंता राम विनेद सिंह, राजेंद्र जैन, जयकिशोर चौधरी, और शशि प्रकाश के खिलाफ ईडी की विशेष अदालत में आरोप पत्र समर्पित किया है। अदालत ने सभी आरोपियों को समन जारी कर तीन अगस्त तक कोर्ट में हाजिर होने को कहा है। इससे पूजा सिंघल और उनसे जुड़े लोगों की परेशानी और बढ़ने वाली है।