रांची। किसी सयानी लड़की के सिर का बाल मुड़कर आधी रात को जंगल में छोड़ दिया जाय, यह सुनकर ही कोई भी सिहर जाएगा। मगर यह वहशियाना हरकत पंचायत की सहमति से हुई। पंचायत में बैठकर यह फैसला लिया गया। इस अनाथ लड़की का दोष महज इतना था कि उसने विवाह करने से इनकार कर दिया था। आठ साल पहले उसके माता पिता का निधन हो गया था। पंचायत में ही लाठी डंडे से उसे पीटा गया। गांव के लोगों ने उसे जूते का माला पहनाया और सिर मूड कर पूरे गांव में में घुमाया। जंगल में किसी तरह सखुआ के पेड़ के नीचे उसने रात गुजारी। घटना पलामू के पाटन थाना के जोगीडीह की है।
यह है मामला
स्थानीय लोगों के अनुसार उसकी शादी केलिए 19 अप्रैल को गांव में बारात भी आयी थी मगर उसने शादी से इनकार कर दिया था। उस पर आरोप है कि 20 अप्रैल को वह शादी के लिए लाए गए जेवरात को लेकर भाग गई। पीड़िता के अनुसार, घर से भागने के बाद वह छतरपुर के एक मंदिर में रह रही थी। जेवरात वापसी को लेकर परिजनों के बुलावे पर 10 मई को गांव लौटी थी। लौटने के बाद पुनः उस पर शादी के लिए दबाव बनाया गया मगर वह इनकार करती रही। तब रविवार 14 मई को गांव में पंचायत बैठी जिसमें चचेरा भाई और भाभी भी थे। भरी पंचायत में उसे लाठी-डंडों से पीटा गया उसके बाद सिर मुड़कर टीका लगा गांव में घुमाया गया और तरहसी के सेलारी जंगल में छोड़ दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि भरी पंचायत में फैसले के बाद चचेरे भाई और भाभी ने पिटाई की थी। भाभी ने ही कैंची से बाल काटे। माता पिता की मौत के बाद वह अलग रह रही थी। मजदूरी कर किसी तरह खुद और भाई का पेट को पालती है। पुलिस घटना की जानकारी मिलने के बाद आरोपियों को पकड़ने में जुटी है। चोटिल अवस्था में उसे मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया है। शरीर के संवेदनशील अंग और विभिन्न हिस्सों में गंभीर चोट के निशान हैं। पाटन थाना की पुलिस प्राथमिकी दर्ज करने में जुटी थी।