झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में बजरंग दल के एक कार्यकर्ता की हत्या की जांच के लिए 15 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर ने सोमवार को पीटीआई को बताया कि चक्रधरपुर अनुमंडल पुलिस अधिकारी कपिल चौधरी के नेतृत्व में एसआईटी घटना की जांच करेगी और दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ लेगी।
आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कई हिंदू संगठनों ने सोमवार को जिले भर में सुबह से शाम तक बंद का आह्वान किया था। दुकानें बंद रहीं और सड़कों से बड़े पैमाने पर वाहन नदारद रहे।
आंदोलनकारियों ने जिले के महत्वपूर्ण चौराहों पर टायर जलाकर प्रदर्शन किया।
एसपी के मुताबिक जिले के किसी भी हिस्से से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
यह पूछे जाने पर कि क्या मामले में कोई प्रगति हुई है, एसपी ने कहा कि दोषियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।
जमशेदपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर चक्रधरपुर में भारत भवन चौक के पास बजरंग दल के कार्यकर्ता कमलदेव गिरी (35) पर अज्ञात अपराधियों द्वारा कथित तौर पर बम फेंके जाने के बाद उनकी मौत हो गई, जिससे इलाके में तनाव फैल गया।
घटना के बाद बजरंग दल के समर्थकों ने आरोपियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग को लेकर चक्रधरपुर-रांची मार्ग को करीब तीन घंटे तक जाम कर दिया था।
पुलिस के हस्तक्षेप और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन देने के बाद उन्होंने धरना समाप्त किया।
प्रशासन ने घटना के अगले दिन शहर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी थी।
पावन चौक पर रविवार को निषेधाज्ञा के बावजूद लोगों के दो समूहों के बीच झड़प हो गई थी, जब गिरि के शव को उनके समर्थकों द्वारा दाह संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था।
पुलिस ने कहा कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए "हल्का बल प्रयोग" करना पड़ा।