खुशबू को जिंदा देख जहां उसके परिजनों की खुशी का ठिकाना नहीं है। वहीं, उसके ससुराल वाले भी उससे कहीं ज्यादा राहत महसूस कर रहे। खुशबू की हत्या के आरोप में उसका पति जाबिर जेल में है। राहत भरी खबर उसके लिए भी है। सवाल यह भी है जिस खुशबू को मरा हुआ समझ परिवार वालों ने दफना दिया, वह लाश किसकी थी।
पलामू जिला के हरिहरगंज थाना के पवना गांव में इसी माह आठ सितंबर को नग्न हालत में एक युवती का शव बरामद हुआ था। पहचान छुपाने के लिए हत्यारों ने चेहरे को पत्थर से बुरी तरह कुचल दिया था। बाद में परिवार वालों ने इसकी पहचान अपनी बेटी खुशबू निशा (नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र की) के रूप में की। और उसका अंतिम संस्कार कर दिया। और खुशबू के ससुराल वालों पर हत्या का मुकदमा दर्ज करा दिया। उसी आरोप में पति जाबिर जेल में बंद है।
वहीं, रविवार को खुशबू के मायके के इलाका हरिहरगंज के रहने वाले व्यक्ति ने छतरपुर बाजार में खुशबू को देखा तो तत्काल इसकी सूचना स्थानीय पुलिस को दी। पुलिस तत्काल सक्रिय हुई और खुशबू को हिरासत में लेकर मामले की पड़ताल में जुट गई। तब खुलासा हुआ कि खुशबू अभी जिंदा है। खुशबू के जिंदा होने की खबर से मैके और ससुराल दोनों पक्ष ने राहत की सांस ली। वहीं पुलिस की परेशानी बढ़ गई है कि खुशबू के नाम पर जिसे दफन किया गया वह लाश किसकी थी। पुलिस अब लाश को कब्र से निकालकर उसका डीएनए टेस्ट कराने की तैयारी में जुटी है।