पिछले काफी समय से वैध या अवैध रूप से चल रहे शेल्टर होम्स और अनाथ आश्रमों से जुड़े विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला जम्मू के जिला प्रशासन कठुआ का है, जहां अवैध रूप से चलाए जा रहे एक अनाथ आश्रम से प्रशासन ने 20 बच्चों को मुक्त करवाया। जबकि एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर रोहित खजुरिया ने कहा कि बच्चों ने हमें बताया कि वे हमे गालियां देते थे और बुरा व्यवहार करते थे।
बच्चों ने की थी यौन उत्पीड़न की शिकायत
कठुआ जिले के वॉर्ड नंबर 14 में अवैध रूप से चल रहे अनाथ आश्रम पर पुलिस और प्रशासन की साझा टीम ने तब दबिश दी जब इस आश्रम में रह रहे बच्चों ने उनके साथ यौन उत्पीड़न की शिकायत लोगों से की। इन शिकायतों की जांच के लिए कठुआ के असिस्टेंट कमिश्नर रेवेणु और पुलिस की टीम ने जब इस आश्रम के दस्तावेज इसके पादरी एंथोनी से मांगे तो वो किसी तरह के दस्तावेज पेश नहीं कर सके। इसके बाद पुलिस ने उन्हें पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।
छुड़ाए गए बच्चों में 11 लड़के और 8 लड़कियां हैं
आश्रम से मुक्त कराए गए बच्चों को बाल आश्रम और नारी निकेतन भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद अगर आरोपों में सत्यता पाई जाएगी तो कानूनी कार्रवाई होगी। इन बच्चों का मेडिकल करवाया जाएगा और उनके बयान भी लिए जाएंगे। 11 साल से 17 साल तक आयु के बच्चे जिनमें 12 लड़के और आठ लड़कियां हैं, जिन्होंने पादरी पर उनका यौन शोषण करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
पहले भी सामने आ आ चुके हैं इस तरह के कई मामले
ऐसा पहला मामला बिहार के मुजफ्फरपुर से आया था जहां करीब दो दर्जन लड़कियों के साथ रेप की बात सामने आई थी. इस मामले में शेल्टर होम चला रहे ब्रजेश सिंह पर बेहद संगीन आरोप लगे हैं. वहीं, मुजफ्फरपुर के बाद देवरिया से ऐसे ही एक और मामले के प्रकाश में आने के बाद से देश भर में शेल्टर होम और आनथालयों की पोल खुल रही है.