जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों ने एनकाउंटर में लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकियों को मार गिराया है।मारे गए आंतंकियों में लश्कर का टॉप कमांडर अबु दुजाना भी शामिल है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सुरक्षाबलों को पुलवामा जिले के हरकापोरा गांव में 2 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। खुफिया सूचना के आधार पर सीआरपीएफ की 182 बटालियन, 183 बटालियन, 55 राष्ट्रीय राइफल और एसओजी की टीम ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरु किया। जैसे ही सुरक्षा बल के जवान गांव के एक मकान में छिपे आतंकवादियों ओर बढ़ने लगे, तभी वहां छिपे आतंकवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बलों की जवाबी फायरिंग में दोनों आतंकी मारे गए।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के हवाले से न्यूज एजेंसी एएनआई ने बताया कि एनकाउंटर में लश्कर का टॉप कमांडर अबु दुजाना मारा गया है, जबकि दूसरे आतंकी की पहचान आरिफ ललहारी के रुप में हुई है. आरिफ पुलवामा के ललहार गांव का रहने वाला था और अगस्त 2015 में आतंकी बना था।
आंतकियों के साथ मुठभेड़ के बाद इलाके में सुरक्षाबलों पर पत्थरबाज़ी की घटनाएं शुरु हो गई है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुठभेड़ में लश्कर के आतंकी अबू दुजाना की मौत के बाद सुरक्षा के मद्देनजर पूरे कश्मीर में 1 दिन के लिए स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। साथ ही जम्मू-कश्मीर प्रशासन के आदेश पर मोबाइल इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया हैं।
इससे पहले सुरक्षाबलों ने रविवार को पुलवामा के तहाब गांव में हिज्बुल के 2 आतंकियों को मार गिराया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल अब तक करीब 102 आंतकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।
कौन था अबु दुजाना
समाचार एजेंसी ने पुलिस और सेना के अधिकारीयों के हवाले से बताया कि दुजाना A++ कैटगरी का आतंकी था और उस पर 10 लाख रुपए से ज्यादा का इनाम था। पाक अधिकृत कश्मीर के गिलगिट-बाल्टीस्तान क्षेत्र का रहने वाला दुजाना दुजाना दक्षिण कश्मीर में हुए कई आतंकी हमलों का मास्टर माइंड था। उसका पंपोर में सीआरपीएफ जवानों के काफिले और उधमपुर में भी बीएसएफ जवानों पर घात लगाकर किए गए आतंकी हमले के पीछे हाथ था।
दुजाना को अबु कासिम के मारे जाने के बाद लश्कर ने दक्षिण कश्मीर का डिवीजनल कमांडर बनाया था। पिछले दो साल से भारतीय सेना कश्मीर घाटी से आतंकियों का सफाया करने के लिए 'ऑपरेशन ऑलआउट' अभियान चला रही है। 'ऑपरेशन ऑलआउट' के तहत आतंकियों की एक लिस्ट तैयार की गई है। इसके आधार पर अलग-अलग इलाकों में आतंकियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन करके उन्हें ढेर किया जा रहा है। इस ऑपरेशन के तहत अब तक करीब 106 से अधिक आतंकियों को मार गिराया गया है।