जेएनयू प्रशासन ने विश्वविद्यालय के सेंटर ऑफ लैंग्वेजेज के प्रोफेसर आशीष अग्निहोत्री को निलंबित कर दिया। बहरहाल, निलंबन की अवधि अभी नहीं बतायी गई है।
निलंबन आदेश में कहा गया, डॉक्टर अग्निहोत्री को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। सक्षम प्राधिकरण की मंजूरी पाने के बाद आदेश जारी किए गए। अग्निहोत्री के खिलाफ वित्तीय हेराफेरी और एलटीसी भत्ते का दावा करने में धोखाधड़ी करने की शिकायतें थी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय में भी अभ्यावेदन दिए गए थे जिनमें प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत की गई थी और जांच की मांग की गई थी। संपर्क किए जाने पर अग्निहोत्री ने आरोपों एवं निलंबन के मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने भी इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया कि क्या किसी समिति की जांच के बाद यह फैसला लिया गया या यह एक दंडात्मक कार्रवाई है। यह जानकारी भी नहीं है कि फैसला विश्वविद्यालय के कार्यकारी परिषद के सामने रखा गया या नहीं। कार्यकारी परिषद जेएनयू में निर्णय लेने वाली सर्वोच्च संस्था है।