उत्तराखंड के जोशीमठ में भू-धंसाव का दायरा बढ़ता जा रहा है। भू-धंसाव अब इतना बढ़ गया है कि औली को जोड़ने वाला रोपवे भी इसकी जद में आ गया है। रोप-वे के प्लेटफॉर्म के पास दरारें आने से हड़कंप मचा हुआ है। खतरे को देखते हुए रोपेव का संचालन बंद कर दिया गया है। कल शुक्रवार रात को रोप-वे पर ये दरारें आई है। बता दें कि जोशीमठ शहर में असुरक्षित भवनों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
रोप-वे मैनेजर दिनेश भट्ट ने बताया कि यह दरारें कल से आई हैं और इससे खतरा बना हुआ है। हमने एहतियात के तौर पर रोपवे बंद किया है, रोप-वे अगले आदेश तक बंद रहेगी।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="hi" dir="ltr">उत्तराखंड: जोशीमठ में भू-धंसाव के चलते जोशीमठ-औली को जोड़ने वाली रोप वे के प्लैटफ़ॉर्म में दरार आई।<br><br>रोपवे मैनेजर दिनेश भट्ट ने बताया, "यह दरारें कल से आई हैं और इससे खतरा बना हुआ है। हमने एहतियात के तौर पर रोपवे बंद किया है। रोपवे अगले आदेश तक बंद है।" <a href="https://t.co/fTVybqmnTn">pic.twitter.com/fTVybqmnTn</a></p>— ANI_HindiNews (@AHindinews) <a href="https://twitter.com/AHindinews/status/1614169306178420737?ref_src=twsrc%5Etfw">January 14, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
इससे पहले प्रशासन ने जहां चार वार्डो को असुरक्षित घोषित किया है उसमें मनोहर बाग वार्ड भी है और रोपवे का एक नंबर टावर यहीं लगा है। रोप-वे प्रबंधक दिनेश भट्ट का कहना था कि रोप-वे के टावर की हर दिन नियमित निगरानी की जा रही है।
बता दें कि जोशीमठ से औली तक इस रोपवे की दूरी करीब चार किमी है जिसमें 10 टावर लगे हैं। रोपवे से जोशीमठ से औली पहुंचने में 15 मिनट का समय लगता है। औली जाने के लिए पर्यटकों की पहली पसंद रोपवे ही रहता है।