Advertisement

मणिपुर में हिंसा का कर्नाटक में होगा असर? चिदंबरम ने "डबल इंजन" सरकार पर दागे सवाल

कांग्रेस और भाजपा के बीच कर्नाटक में होने वाले मतदान से पहले तनाव बना हुआ है। दोनों ही दलों के नेताओं...
मणिपुर में हिंसा का कर्नाटक में होगा असर? चिदंबरम ने

कांग्रेस और भाजपा के बीच कर्नाटक में होने वाले मतदान से पहले तनाव बना हुआ है। दोनों ही दलों के नेताओं के बीच बयानबाजी के साथ ही आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला भी निरंतर जारी है। इस बीच शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने कर्नाटक के मतदाताओं को "डबल इंजन सरकार के झूठे वादों" से सावधान रहना चाहिए।

चिदंबरम ने शनिवार को ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने मणिपुर में हुई हिंसा का हवाला देते हुए कहा कि कर्नाटक के मतदाताओं को "डबल इंजन सरकार के झूठे वादों" से सावधान रहना चाहिए।

दरअसल,  चिदंबरम का यह बयान मणिपुर में आदिवासियों और बहुसंख्यक मेइती समुदाय के बीच हिंसा के मद्देनजर आया है।

बता दें कि मणिपुर में हिंसा के बाद से अबतक तकरीबन 9,000 से अधिक लोगों को अपने गांवों से विस्थापित किया गया है। केंद्र से लेकर राज्य सरकार के स्तर पर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। शांति व्यवस्था कायम करने और व्यापक दंगों को रोकने के लिए सेना और असम राइफल्स के जवानों की सहायता ली गई है। इसी बीच अब कर्नाटक चुनावों की सुगबुगाहट को लेकर पी चिदंबरम का ट्वीट आया है। ट्वीट में उन्होंने कहा, "केंद्र सरकार के पास सभी मुद्दों के लिए कोई न कोई समाधान है। मणिपुर में 'डबल इंजन सरकार' के परिणामों को देख लीजिए। दोनों इंजन विफल हो गए हैं।"

पी चिदंबरम ने लिखा, "मणिपुर की राज्य सरकार आंतरिक असंतोष से टूट गई है"। पूर्व गृह मंत्री का कहना है, "दो समुदाय जो कांग्रेस के शासनकाल में शांति के साथ रहते थे, अब एक दूसरे के खिलाफ हैं। आज दो समुदायों में विभाजन का स्तर बढ़ गया है।" इसी का हवाला देते हुए चिदंबरम ने कहा, "कर्नाटक के मतदाताओं को दोहरे इंजन वाली सरकार के झूठे वादों से सावधान रहना चाहिए।"

गौरतलब है कि कर्नाटक विधानसभा की 224 सीटों के लिए मतदान 10 मई को होगा और मतगणना 13 मई को होगी।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad