जम्मू-कश्मीर का 5 अगस्त को विशेष दर्जा खत्म करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजत किए जाने के बाद बुधवार को पहली बार श्रीनगर की ऐतिहासिक जामिया मस्जिद में नमाज अदा की गई। सरकार के इन दोनों फैसलों के बाद से इस मस्जिद के प्रवेश पर रोक लगी हुई थी।
अधिकारियों ने कहा, "136 दिनों के बाद दोपहर के समय जामिया मस्जिद में जमात (सामूहिक रूप से) के साथ नमाज अदा की गई।" पांच अगस्त के बाद शहर के नौहट्टा इलाके में स्थित इस मस्जिद में पहली बार जमात के साथ नमाज अदा की गई।
पाबंदियां हटाने के बाद भी नमाज से कर दिया था इनकार
हालांकि इलाके से सुरक्षा पाबंदियां कुछ ही हफ्तों के बाद हटा ली गईं थीं, लेकिन स्थानीय निवासियों ने भारी संख्या में तैनात सुरक्षा बलों को हटाये जाने तक मस्जिद में नमाज अदा करने से इनकार कर दिया था। हालात में सुधार को देखते हुए इलाके में सुरक्षा बलों की मौजूदगी को कम कर दिया गया था।
नेताओं को कर दिया था नजरबंद
हालांकि मस्जिद में बीते 19 हफ्तों से जुमे की नमाज अदा नहीं की गई है, जोकि बीते 50 साल में जुमे की नमाज अदा नहीं किये जाने का सबसे लंबा समय है। श्रीनगर के डाउन-टाउन में नौहट्टा स्थित ऐतिहासिक जामिया मस्जिद कश्मीर घाटी की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी मस्जिद है। पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम को लागू करने के मद्देनजर प्रशासन ने एहतियातन विभिन्न नेताओं व अलगाववादियों को हिरासत में लेने या नजरबंद बनाने के अलावा निषेधाज्ञा लागू कर दी थी।