राज्य की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य में एक बार शांति बहाल हो जाए, फिर जिस किसी से भी जरूरत होगी, केंद्र बातचीत करेगा। लोगों की मौत पर अफसोस जताते हुए सिंह ने युवाओं से पथराव नहीं करने की अपील की और कहा कि उन्होंने सुरक्षाबलों को पेलेट गन के उपयोग से यथासंभव परहेज करने को कहा है। इसके पहले उन्होंने मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और श्रीनगर तथा अनंतनाग में कई प्रतिनिधिमंडलों के साथ बातचीत की। उन्होंने राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने में मदद के लिए अपील करते हुए घाटी में लोगों से राज्य में शांति स्थापित करने के लिए रचनात्मक सुझाव देने को कहा। उन्होंने कहा, कश्मीर में स्थिति में सुधार के लिए किसी तीसरी ताकत की कोई आवश्यकता नहीं है। सिंह ने कहा, जहां तक भारत सरकार का सवाल है, मैं यह साफ करना चाहता हूं कि कश्मीर के साथ हम सिर्फ जरूरत आधारित नहीं बल्कि एक भावनात्मक संबंध बनाना चाहते हैं।
कश्मीर में भूमिका को लेकर पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए सिंह ने कहा, कश्मीर पर उसकी भूमिका पाक नहीं रही है। पाकिस्तान को सख्त संदेश देते हुए सिंह ने यह भी कहा कि पड़ोसी देश को कश्मीर के बारे में अपने रूख और नजरिये में बदलाव लाना चाहिए। पाकिस्तान पर बरसते हुए सिंह ने कहा कि वह खुद ही आतंकवाद से प्रभावित है और एक ओर इसके खात्मे के लिए लाल मस्जिद में प्रवेश कर आतंकवादियों को मार रहा है वहीं दूसरी ओर कश्मीर में हमारे युवाओं को हथियार उठाने के लिए कह रहा है। यह रूकना चाहिए। उल्लेखनीय है कि आठ जुलाई को मुठभेड़ में आतंकवादी कमांडर बुरहान वाली के मारे जाने के एक दिन बाद से प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच शुरू हुई झड़पों में 45 लोगों की मौत हो गई।