राजधानी पटना में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान नीतीश ने काटजू की बिहार को लेकर की गई टिप्पणी पर उनका नाम लिए बिना कहा, घर बैठे बिहार के माई बाप बन रहे हैं। नीतीश ने कहा, आजकल कुछ लोगों को छपने की बीमारी होती है, न तो बिहार पर कुछ-कुछ बोल देंगे। सुना है कि एक आदमी ने कुछ बोला है, कश्मीर के साथ बिहार को भी देने को तैयार हैं, लगता है वे बिहार के माई-बाप हैं। मालिक हैं क्या जो तरह-तरह का बात बोलते हैं। दरअसल नीतीश कुमार की यह प्रतिक्रिया काटजू की फेसबुक के जरिये की गई उस टिप्पणी पर आई जिसमें उन्होंने कहा था, पाकिस्तान को हम कश्मीर एक शर्त पर दे सकते हैं, पाक को कश्मीर के साथ-साथ बिहार भी लेना पड़ेगा। भगवान बुद्ध, महावीर, चाणक्य और शून्य का अविष्कार करने वाले आर्यभट्ट की धरती रहे बिहार के गौरवशाली इतिहास की चर्चा करते हुए नीतीश ने कहा कि मगध शासक जिनका शासन क्षेत्र पूरा देश था उनकी राजधानी पाटलीपुत्र रही है।
उल्लेखनीय है प्रेस काउंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष पर रहने के दौरान काटजू ने नीतीश कुमार के पिछले शासन काल के दौरान प्रेस की आजादी नहीं होने का आरोप लगाया था। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी काटजू की टिप्पणी पर कड़ा एतराज जताते हुए आज कहा कि बिहार में संसाधनों की कमी हो सकती है, पर यह प्रदेश काटजू को बिहार का अपमान करने की खुली छूट नहीं देता। बिहार ने देश को अच्छे-बुरे समय में राह दिखाई है। बिहार में सत्ताधारी जदयू के महासचिव के सी त्यागी ने काटजू के खिलाफ देशद्रोह का मामला चलाए जाने की मांग की है। मधेपुरा के सांसद और जन अधिकार पार्टी के नेता राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने काटजू की टिप्पणी की भर्त्सना करते हुए उनसे माफी मांगने को कहा है। विरोधों की झड़ी लगने पर काटजू ने पीछे हटते हुए सफाई देते हुए फेसबुक पर बाद में लिखा है कि वह बस मजाक कर रहे थे।