दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सी-40 क्लाइमेट चेंज समिट को संबोधित करेंगे। दिल्ली सरकार ने यह फैसला तब लिया है, जब विदेश मंत्रालय की तरफ से उन्हें डेनमार्क जाने की इजाजत नहीं दी गई।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी एक बयान में गुरुवार को यह जानकारी दी गई। सरकार की ओर से कहा गया है कि मुख्यमंत्री इस समिट के आयोजकों के आग्रह पर अपनी बात वीडियो कांफ्रेंस के जरिए रखने के लिए तैयार हो गए हैं।
करेंगे साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस
मुख्यमंत्री 'ब्रीद डिपली, सिटी सॉल्यूशंस फॉर क्लीन एयर' के सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित करेंगे और शुक्रवार को दोपहर 12 बजे दुनिया के छह बड़े महानगरों के मेयर के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस को C-40 शहरों के कार्यकारी निदेशक मार्क वाट्स, पेरिस के मेयर ऐनी हिडाल्गो, लॉस एंजिल्स के मेयर एरिक गार्सेटी, कोपेनहेगन के मेयर फ्रैंक जेनसेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बार्सिलोना के मेयर अदा कोलैयू, पोर्टलैंड के मेयर टेड व्हीलर, लीमा के मेयर जॉर्ज मुनोज वेल्स संबोधित करेंगे।
केंद्र ने दी थी यह सफाई
क्लाइमेट चेंज पर डेनमार्क के कोपेनहेगन में 9 से 12 अक्तूबर के दौरान सी-40 समिट हो रही है जिसमें अरविंद केजरीवाल को भी आमंत्रित किया गया था। लेकिन विदेश मंत्रालय ने राजनीतिक कारणों का हवाला देते हुए केजरीवाल को इसमें जाने की इजाजत नहीं दी।
वहीं, केंद्र सरकार ने इजाजत नहीं देने के फैसले का बुधवार को सफाई दी थी कि यह कार्यक्रम 'मेयर स्तर के प्रतिभागियों के लिए है। वहीं, इस निर्णय से नाराज 'आप ने इसे ''बेतुका बहाना और दिल्ली के लोगों का अपमान बताया था।