केरल में भारी बारिश की वजह से अचानक आई बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 26 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग लापता हैं। कोट्टायम में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इडुक्की में नौ लोगों की जान गई है। इसके अलावा अल्लापुझा जिले में 4 लोगों की मौत हुई है। केरल में इस संकट के बीच केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को हर संभव मदद देने का भरोसा जताया है।
रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केरल में जरूरतमंद लोगों के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। अमित शाह ने ट्विटर पर कहा कि केंद्र स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है। बताया जा रहा है कि केरल बाढ़ में मरने वालों की संख्या में और इजाफा हो सकता है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने राज्य में खोज, बचाव और राहत कार्यों के लिए 11 टीमों को तैनात किया है। सेना, एनडीआरएफ, पुलिस और दमकल बल ने स्थानीय लोगों के साथ रविवार सुबह कूटिकल और कोक्कयार पंचायतों में बचाव अभियान शुरू किया, जहां शनिवार से भारी बारिश के साथ कई भूस्खलन के कारण एक दर्जन से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं।
राहत सामग्री के साथ नौसेना का एक हेलिकॉप्टर कोच्चि में आईएनएस गरुड़ से रवाना हुआ और बारिश प्रभावित क्षेत्रों की ओर बढ़ रहा है। दो वायु सेना हेलिकॉप्टर एमआई-17 पहुंचे और आपात स्थिति के मामले में तिरुवनंतपुरम में वायुसेना स्टेशन पर स्टैंडबाय पर थे।
रविवार की सुबह मध्य केरल में बारिश में मामूली कमी आई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने एक बुलेटिन में कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान राज्य में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया कि इस अवधि के दौरान केरल में अलग-अलग वर्षा होगी।
शनिवार को केरल के दक्षिण और मध्य हिस्से में भारी बारिश हुई। बारिश के कारण भयावह हुई स्थिति के मद्देनजर राहत और बचाव कार्य के लिए सेना उतर चुकी है। राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं और भूस्खलन की वजह से पहाड़ों में बसे कई छोटे कस्बे और गांव शेष दुनिया से कट गए हैं। देश के इस दक्षिणी राज्य में बारिश जनित घटनाओं की वजह से कई लोग घायल हुए हैं, जबकि कई विस्थापित हुए हैं।