उत्तर प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाहों के चलते भीड़ के द्वारा हिंसा की घटनाएं रुक नहीं रही हैं। अमेठी जिले में मामूली झगड़े और उसके बाद बच्चा चोरी की अफवाह में आठ लोगों के घायल ही जानकरा मिली है। इस घटना के बाद वीडियो भी वायरल हो गई। राज्य में भीड़ की हिंसा की दर्जन भर घटनाएं पिछले एक माह में हो चुकी हैं।
भीड़ की हिंसा की वीडियो वायरल
किसी प्रत्यक्षदर्शी द्वारा बनाई गई वीडियो में कई लोग बुरी तरह से घायल दिखाई दे रहे हैं। वे धूल में लिपटे हैं और जमीन पर छटपटा रहे हैं। उनके इर्द-गिर्द लोगों का समूह घेरकर खड़ा है और वे लोग उन पर चिल्ला रहे हैं। एक अन्य वीडियो में चार पुलिसकर्मी एक आदाम को हाथ और पैर पकड़कर ले जाते दिख रहे हैं।
कहीसुनी के बाद एक को पीटकर मारा
प्राप्त रिपोर्ट के मुताबक, प्रतापगढ़ के मजदूरों का एक समूह अपना काम खत्म करके शराब की दुकान पर रुके। दुकान के बाहर नशे में धुत किसी व्यक्ति से उनकी कहासुनी हो गई। अमेठी की पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग ने बताया कि मजदूरों ने न सिर्फ उसे तब तक मारा जब कि उसकी मौत नहीं हो गई। उन्होंने लाश को ले जाने के लिए अपने वाहन में डालने का भी प्रयास किया। दूर से देख रहे एक व्यक्ति को लगा कि वे बच्चे का अपहरण कर रहे हैं।
बच्चा चोर समझकर भीड़ ने पिटाई की
इसके तुरंत बाद घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जुट गई और उन्हें मारने लगी। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और मृत व्यक्ति की लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उत्तर प्रदेश में पिछले एक महीने से बच्चों की चोरी की अफवाहें फैल रही हैं और इससे भीड़ की हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं।
एक महीने से यूपी में भीड़ हिंसा की कई घटनाएं
पुलिस ने कहा कि वे ग्राम प्रधानों से मिल रहे हैं और लोगों को अफवाहें फैलाने से बचने के लिए घोषणाएं कराई जा रही हैं। अफवाहों के कारण ही मॉब लिंचिंग हो रही है। पिछले एक महीने में राज्य में भीड़ के हमले की कम से कम 12 घटनाएं हो चुकी हैं। पहली घटना बुलंदशहर में हुई थी। िपछले सप्ताह गाजियाबाद में भीड़ के द्वारा एक महिला के साथ मारपीट की वीडियो सोशल मीडिया पर वायर हो गई। वह अपने पोते को लेकर बाजार जा रही थी जबकि भीड़ ने उसे बच्चा चोर समझ लिया।