लालू ने कल बक्सर जिले में एक नये स्कूल के उद्घाटन में वैशाली के महनार के एक स्कूल के चार मंजिल तक दीवारों पर चढकर और खिडकियों के छज्जे पर खडे होकर मैटिक परीक्षा में नकल कराते मीडिया में दिखाए जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है जैसे दीवार से छिपकिली चिपकी हुई है। उन्होंने हंसते हुए कहा कि जहां एक तरफ नकल कराने वाले अभिभावक बिल्ली की तरह परीक्षा केंद्र के भीतर प्रवेश करने के प्रयास में लगे दिखायी पड रहे हैं, वहीं पुलिस को सोए हुए दिखाया गया है।
लालू ने कहा, क्या फायदा है ऐसी पढाई से। उन्होने प्रदेश के शिक्षा मंत्री पीके शाही के बयान पर कहा कि उनके बस की बात नहीं है तो लोगों ने लालू को क्यों सत्ता से हटाया। हमारे राज में यह सब काम क्या होता था। लालू ने कहा कि अगर हमारा शासन होता तो सबको परीक्षा में लिखने के लिए किताब ही दे देते। परीक्षा में किताब ले जाने की अनुमति दे दिए जाने पर भी नहीं पढने वाले परीक्षाथर्ी उससे उत्तर नहीं तलाश सकते। एक प्रश्न का उत्तर देते देते तीन घंटे की अवधि खत्म हो जाएगी जिससे वे फेल हो जाएंगे। उन्होंने मैट्रिक परीक्षा में कदाचार से देश में धूमिल हुई बिहार की छवि पर चिंता जताते हुए लोगों से कहा कि अब बाहर जाने उनकी डिग्री पर कोई विश्वास नहीं करेगा।