सोमवार को गुजरात के सूरत में कपड़ा व्यापारी जीएसटी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, इस दौरान पुलिस ने उन पर लाठियां भ्ाांजीं। पुलिस द्वारा लाठीचार्ज को लेकर भाजपा सरकार की कड़ी आलोचना हो रही है।
गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल प्रदर्शन कर रहे व्यापारियों पर लाठीचार्ज को गलत बताया। उन्होंने ट्वीट किया, “GST के ख़िलाफ़ विरोध कर रहे सूरत के व्यापारियों पर लाठीचार्ज। फिर से विकास की छाप छोड़ी। तानाशाही के जोर पे जनता को दबाने का प्रयास।”
GST के ख़िलाफ़ विरोध कर रहे सूरत के वेपारीओ पर लाठीचार्ज ।।।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) 3 July 2017
फिर से विकास की छाप छोड़ी #
तानाशाही के ज़ोर पे जनता को दबाने का प्रयाश
इस घटना पर आम आदमी पार्टी ने कहा, जीएसटी पर व्यापारियों के विरोध को बलपूर्वक दबाने के स्थान पर भाजपा शासित केंद्र सरकार को व्यापारियों के लिए समाधान निकालना चाहिए।
GST पर व्यापारियों के विरोध को बलपूर्वक दबाने के स्थान पर भाजपा शासित केंद्र सरकार को व्यापारियों के लिए समाधान निकालना चाहिए ! #सूरत pic.twitter.com/aQRnetVVyR
— AAP (@AamAadmiParty) 3 July 2017
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार को व्यापारियों ने जीएसटी के विरोध में झांसी एक्सप्रेस को कानपुर के पास रोक दिया था। देश के अलग-अलग हिस्सों में व्यापारियों द्वारा जीएसटी मुद्दे पर प्रदर्शन किया जा रहा है।
उत्तराखंड में जीएसटी पर विरोध जता रहे, प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश महामंत्री और हल्द्वानी निवासी नवीन वर्मा ने मीडिया को बताया कि व्यापारी जीएसटी का विरोध नहीं कर रहे हैं लेकिन जीएसटी के कुछ प्रावधान व्यापारियों के खिलाफ हैं। जीएसटी में छोटे और मझोले व्यापारियों के लिए कोई भी ऐसा प्रावधान नहीं है, जिससे उन्हें राहत मिल सके।
कुछ व्यापारियों की मांग यह भी है कि पहले सरकार सभी शहरों व कस्बो में शिविर लगाकर व्यापारियों को जीएसटी के बारे में विस्तार से बताए उसके बाद ही इस कानून को लागू किया जाए।