मध्य प्रदेश के मुंगावली में विधानसभा उपचुनाव के ठीक पहले कलेक्टर अशोक नगर बीएस जामोद को चुनाव आयोग ने हटा दिया है। मतदाता सूची में गड़बड़ी की शिकायत कांग्रेस पार्टी ने चुनाव आयोग से पिछले सप्ताह की थी।
कांग्रेस की तरफ से चुनाव आयोग के सामने दर्ज की गई शिकायत में क्षेत्रीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने आरोप लगाया था कि अशोक नगर जिले में आने वाले मुंगावली और शिवपूरी जिले के कोलारस विधानसभा क्षेत्र के मतदाता सूची में 20 हजार फर्जी वोटर हैं।
पार्टी का कहना था कि मतदाता सूची में एक ही फोटो पर अलग-अलग नाम से मतदाताओं के उल्लेख है और आयोग को इसकी जांच की जानी चाहिए। मामले की गंभीरता को देखते हुए, चुनाव आयोग ने मामले की जांच और मतदाता सूची में गड़बड़ियां पाईं। इसके बाद मुख्य निर्वाचन पदाधिकारि ने अशोक नगर और कलेक्टरों को आदेशित किया था कि वे निचले अधिकारी एवं कर्मचारियों पर तत्काल कार्रवाई करें।
इस बीच सोमवार को दिल्ली में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुंगावली और कोलारस उपचुनाव में मतदाता सूची में गड़बड़ियों को लेकर चुनाव आयोग में शिकायत भी की थी। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शिकायत के बाद कहा कि मुंगावली और कोलारस उप चुनाव में 20 हजार फर्जी वोटर हैं।
कांग्रेस द्वारा दर्ज कि गई आपत्ति के बाद आयोग ने सोमवार रात अशोकनगर कलेक्टर बाबूसिंह जामौद को हटा दिया है। चुनाव आयोग ने नए कलेक्टर की नियुक्ति के लिए तीन अधिकारियों का पैनल प्रदेश के मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह से मांगा है।
चुनाव आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि 'जब मतदाता सूची का पुनरीक्षण पिछले महीने ही पूरा हो चुका है तो फिर फर्जी मतदाताओं के नाम कैसे सामने आए यह बात बड़ी चौकाने वाली है '। चुनाव आयोग शिवपुरी कलेक्टर तरूण राठी के कामकाज की पड़ताल भी शुरू कर दी है। मुंगावली और कोलारस में विधानसभा उपचुनाव 24 फरवरी को होना है।