मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कोरोना को लेकर विवादास्पद बयान देकर मुश्किल में पड़ गए हैं। कमलनाथ ने वैश्विक महामारी को इंडियन कोरोना बताया था। इसको लेकर भाजपा विधायकों की शिकायत पर क्राइम ब्रांच भोपाल ने रविवार रात साइबर क्राइम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, शिवराज सिंह की सरकार के मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ के बयान को देशद्रोह बताया है।
भाजपा विधायकों ने शिकायत में कहा था कि कमलनाथ ने देश के सम्मान में चोट पहुंचाई है। ऐसा बयान देना राष्ट्रद्रोह के समान है। उनके कारण देश की छवि धूमिल हुई है। शिकायत करने वालों में मंत्री विश्वास सारंग, विधायक कृष्णा गौर, रामेश्वर शर्मा और पूर्व महापौर आलोक शर्मा समेत अन्य भाजपा नेता शामिल थे। शिकायत में कहा कि कमलनाथ ने 21 मई को उज्जैन दौरे पर कहा था कि विदेशों में भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। विदेशी मीडिया भारत में कोरोना को इंडियन वैरिएंट बता रहे हैं। ब्रिटेन में इंडियन ड्राइवर्स की टैक्सी में कोई नहीं बैठ रहा है। इससे पहले कमलनाथ ने आरोप लगाया था कि मप्र सरकार कोरोना से हो रही मौतों के आंकड़े छिपा रही है।
विश्वास सारंग ने कहा कि कोरोना को लेकर जिस तरह से नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने बिना किसी जानकारी के भ्रामक प्रचार कर हिंदुस्तान का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बदनाम करने की कोशिश की है। साथ ही कांग्रेस विधायकों की वर्चुअल मीटिंग में उन्होंने जिस तरह किसानों को भड़काने और आग लगाने की चर्चा अपने विधायकों से की, उसके सबूत मीडिया और पुलिस को मिले हैं। आज इन दोनों बातों को लेकर पुलिस में यह शिकायत की है। कमलनाथ के यह सभी काम देशद्रोह की श्रेणी में आते हैं।
कमलनाथ ने क्या कहा था?
कमलनाथ ने अपने बयान में कहा था कि जब जनवरी 2020 में कोरोना आया, तो इसे हम चाइनीज कोरोना कहते थे। कहा जा रहा था कि ये चीन की लैबोरेटरी में बना है और ये किसी एक शहर से आया है। लेकिन आज हम कहां पहुंचे हैं? ब्रिटेन के पीएम ने भारत से फ्लाइट इसलिए कैंसिल की हैं कि इंडियन कोरोना आ जाएगा। उन्होंने छात्रों और वहां काम कर रहे भारतीयों को इस डर से रोक दिया है कि वे इंडियन कोरोना ला सकते हैं। दुनियाभर में देश इसीलिए पहचाना जा रहा है। भूल जाइए, अब हमारा देश महान थोड़ी है, अब मेरा भारत कोविड का बन चुका है।