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सिंगापुर के सेंटोसा जैसा है मप्र का हनुवंतिया

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि खंडवा जिले का हनुवंतिया टापू सिंगापुर के सेंटोसा जल-पर्यटन केंद्र जैसा है और यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
सिंगापुर के सेंटोसा जैसा है मप्र का हनुवंतिया

चौहान ने कल यहां इंदिरा सागर बांध के बैक वॉटर पर बने इस सुरम्य टापू पर एक माह तक चलने वाले जल-महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा, मैंने अपने सिंगापुर प्रवास के दौरान सेंटोसा में इसी तरह जल-पर्यटन का केंद्र देखा था। तभी से मैंने एक सपना देखा था जो हनुवंतिया के जरिये मध्यप्रदेश में पूरा हो रहा है। सेंटोसा से ज्यादा सौंदर्य हनुवंतिया में बिखरा पड़ा है।

हनुवंतिया टापू का फैलाव लगभग 950 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके सपने को साकार करने में मध्यप्रदेश पर्यटन की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हम सब मिलकर मध्यप्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में बुलंदियों तक पहुंचाएं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुवंतिया क्षेत्र में जल पर्यटन के विकास के लिए व्यापक मास्टर प्लान और बनाया जाएगा जिसमें ओंकारेश्वर सहित धाराजी, सैलानी आदि स्थानों को शामिल किया जाएगा तथा इसे मध्यद्वीप नाम दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हनुवंतिया में प्रस्तावित एक्वासिटी और जलाशय को जोड़कर विकास कार्य होगा और हनुवंतिया एडवेंचर टूरिज्म का एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र बनेगा। चौहान ने कहा कि हनुवंतिया उनका स्वयं का क्रिएशन और ब्रेन चाइल्ड है। इससे उनका मोह जुड़ा है। शासन के पूरे प्रयास होंगे कि हनुवंतिया पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय नक्शे पर आए।

उन्होंने हाउसबोट का जिक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में हाउस बोट चलने की परिकल्पना आज साकार रूप ले रही है। अब सैलानी यहां रात में भी पानी में सैर कर सकेंगे और रुक सकेंगे। यहां का शांत वातावरण हरेक व्यक्ति को सुखद अनुभूति देता है। चौहान ने कहा कि यहां महिंद्रा होलीडे होम जैसी कंपनी हमारे साथ सहभागी के रूप में भूमिका निभाने जा रही है। हनुवंतिया के मास्टर प्लान से पूरा इलाका और यहां तक कि वन क्षेत्र भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा और इससे लोगों को रोजगार मिलेगा।

इस अवसर पर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार सुरेन्द्र पटवा ने कहा कि हनुवंतिया के साथ अब गांधी सागर, बाण सागर, तवा आदि स्थानों पर भी जल-पर्यटन का विकास होगा। मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन केबिनेट पृथक से बनाई गई तथा नई पर्यटन नीति निवेशकों के अनुकूल तैयार कर घोषित की गई है। पटवा ने बताया कि पिछले साल प्रदेश में लगभग 8 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुंचे।  इसे देखते हुए पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। पर्यटन निगम द्वारा प्रदेश में 300 मार्ग सुविधा केंद्र बनाए जाएंगे इनमें से 57 का निर्माण हो चुका है।

मप्र पर्यटन निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक ने कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज होगा जब प्रदेश को हाउसबोट की सौगात मिलने जा रही है। उन्होंने कहा कि इस साल जल-महोत्सव में हमारे देश के साथ लगभग 40 से अधिक देशों के पर्यटकों के आने की संभावना है। 

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