महाराष्ट्र खाद्य एवं औषधि प्राधिकरण (एफडीए) ने ई-वाणज्यि कंपनियां अमेजन और फ्लिपकार्ट को नोटिस जारी किया है। मामला डॉक्टर की पर्ची के बिना कथित रूप से गर्भपात की किट और गोलियां ऑनलाइन बेचने के आरोप से जुड़ा है।
एक बयान में कहा गया है कि औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 बिना किसी परचे की ऐसी दवाओं के ऑनलाइन वितरण पर रोक लगाता है।
एफडीए को पुणे के एक दवा विक्रेता ने अवैध रूप से गर्भपात किट और गोलियां बेचे जाने की शिकायत की थी और दावा किया था गर्भपात की दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री बिना किसी रोक टोक के हो रही है। शिकायत की पुष्टि के लिए अधिकारियों ने 34 ऑनलाइन वेबसाइट्स को जांचा। उन्होंने खुद ग्राहक बनकर ऑनलाइन कंपनियों को ऑर्डर किए। अधिकारियों का कहना है कि उन्होंने डॉक्टर की पर्ची मांगे बिना ऑर्डर को स्वीकार कर लिया।
नकली ग्राहक बने एफडीए के अधिकारियों ने अमेजन की वेबसाइट पर गर्भपात किट मंगाने के दो ऑर्डर किए। पहले मामले में उत्तर प्रदेश के आपूर्तिकर्ता ने ऑर्डर की डिलीवरी की जबकि दूसरे मामले में ओड़िशा के आपूर्तिकर्ता ने डॉक्टर की पर्ची के बिना गर्भपात की किट भेज दी।
फ्लिपकार्ट के मामले में भी यही स्थिति पाई गई। उसने डॉक्टर की पर्ची के बिना गर्भपात की दवा के ऑर्डर स्वीकार कर लिए और किट डिलीवरी का मैसेज भी भेजा. इसको आधार बनाते हुए अधिकारियों ने नोटिस भेजकर जांच शुरू कर दी है। इससे पहले भी एफडीए ने महाराष्ट्र के मुंबई, नागपुर और पुणे समेत कई जगहों पर अवैध तरीके से गर्भपात की दवा बेचनेवालों पर कार्रवाई की थी।