महाराष्ट्र के वर्धा जिले में 3 फरवरी को हिंगनघाट कॉलेज गेट के बाहर दिन दहाड़े जला दी गई लड़की ने आज ठीक एक हफ्ते बाद सुबह अंतिम सांस ली। पिछले सोमवार को महाराष्ट्र की 24 साल की इस लेक्चरर को एक सिरफिरे ने एकतरफा प्रेम में शादी का प्रस्ताव ठुकराने पर जला दिया था।
ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल और रिसर्च इंस्टिट्यूट निदेशक अनूप मरार ने बताया कि पीड़िता ने, सुबह 6.55 बजे अंतिम सांस ली। पीड़िता को गंभीर अवस्था में अस्पताल लाया गया था। लड़की का चेहरा, सिर पूरी तरह जल गया था। उसका श्वसन तंत्र और दिल बुरी तरह प्रभावित थे। उसकी हालत में पांच दिनों से कोई सुधार न होने पर पिछले दो दिन से उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था।
रविवार की रात उसकी हालत और बिगड़ गई। इसके बाद उसके दिल, फेफड़े और किडनी ने काम करना बंद कर दिया। पीड़िता पड़ोसी जिले वर्धा के हिंगनघाट के मातोश्री अष्टाई कुंवर महिला महाविद्यालय में पार्ट टाइम लेक्चरर थी। पीड़िता की मौत के बाद कॉलेज कैंपस में नाराजगी है।
हैदराबाद स्टाइल में न्याय की मांग
3 फरवरी को पीड़िता जब कॉलेज के अंदर दाखिल हो रही थी तो सिरफिरे ने उस पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी थी और मोटर साइकिल पर भाग गया। इस घटना ने सभी को सकते में ला दिया है। कुछ लोग इस मामले में ‘हैदराबाद स्टाइल’ में न्याय की मांग कर रहे हैं। आरोपी शादीशुदा है।
उज्जवल निकम करेंगे पैरवी
इस घटना के बाद पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए कई जगह-जगह पर विरोध प्रदर्शन हुआ और कैंडल लाइट मार्च निकाला गया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आश्वासन दिया है कि मामले की फास्ट ट्रैक अदालत में सुनवाई होगी और प्रसिद्ध क्रिमिनल लॉयर उज्जवल निकम पब्लिक प्रॉसीक्यूटर होंगे।