मंदिर समिति इस ड्रायफ्रूट को साफ कर और धूप में सुखाने के बाद इसका प्रसाद तैयार कर श्रद्धालुओं में बांटने की तैयारी कर रही थी मगर इससे पहले ही योजना का खुलासा हो गया। अब समिति ने फिलहाल प्रसाद के लिए खराब सामग्री की सप्लाई रोक दी है।
प्रसाद यूनिट स्टाफ के लोगों के अनुसार 2830 किलो ड्रायफ्रूट्स खराब हो गए हैं। समिति काउंटरों से 75 रुपए में 200 ग्राम का ड्रायफ्रूट्स प्रसाद का पैकेट बेचती है। जितने ड्रायफ्रूट्स के खराब होने की बात सामने आई है उनसे 14,150 पैकेट बनते और समिति को करीब 10.6 लाख रुपए की आय होती। अब खाद्य विभाग के अधिकारियों से इसकी जांच कराई जा रही है। इस बारे में मंदिर समिति के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर संकेत भोंडवे ने बताया कि इतनी बड़ी मात्रा में ड्रायफ्रूट्स खराब होने की सूचना मिली है जो गंभीर बात है। जो भी दोषी है उन पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।