यह विभाग पहले भाजपा नेता एकनाथ खडसे के पास था। पाटिल के पास लोक निर्माण,राजस्व और पुर्नवास विभाग भी है। इससे पहले पाटिल सहकारिता मंत्रालय का जिम्मा संभाल रहे थे। भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते एकनाथ खडसे ने हाल ही में इस्तीफा दिया था।
एक समय मुख्यमंत्री के पद के दावेदार माने जाने वाले विनोद तावड़े से चिकित्सा शिक्षा पोर्टफोलियो ले लिया गया है, जिसे गिरीश महाजन को दिया गया है। गिरीश को मुख्यमंत्री का विश्वासपात्र माना जाता है। वहीं पंकजा मुंडे से जल संरक्षण मंत्रालय छीन लिया गया है। फड़नवीस ने अपने एक और करीबी राम शिंदे को ये विभाग सौंपा है।
वरिष्ठ नेता पांडुरंग फुंडकर को कृषि मंत्री बनाया गया है, जो कि खड़से के इस्तीफे के बाद से खाली था। इसके अलावा शिवसेना के दीपक केसरकर को गृह राज्य मंत्री (ग्रामीण) बनाया गया है। केसरकर कोंकण क्षेत्र के निवासी है और उन्हें कांग्रेस के दिग्गज नारायण राणे के एक कट्टर प्रतिद्वंद्वी के रूप में जाना जाता है।
सहयोगी आरएसपी के महादेव जनकर को पशुपालन विभाग दिया गया है। जबकि स्वाभिमानी शेतकारी संघटना के सदा भाऊ खोट को कृषि और विपणन मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है। जय कुमार रावल नए रोजगार गारंटी योजना और पर्यटन मंत्री होंगे, जबकि संभाजी निलंगेकर पाटिल श्रम मंत्री होंगे। सुभाष देशमुख को-ऑपरेटिव के साथ वस्त्र मंत्रालय दिया गया है, जो कि पहले चंद्रकांत पाटिल के पास था। एजेंसी