महाराष्ट्र में भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होती नजर आ रही है। राज्य सरकार ने कोविड प्रतिबंधों में ढील देने का फैसला किया है। कोरोना से अधिक प्रभावित 14 जिलों को छोड़कर अन्य जिलों में कोरोना प्रतिबंधों में सरकार ने ढील देने का ऐलान किया है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि जिन जिलों में कोविड-19 संक्रमण दर कम है, वहां पर दुकानों को रात आठ बजे तक खोलने की इजाजत दी जाएगी। शनिवार को सिर्फ 3 बजे तक दुकानों के खोले रखने की इजाजत है। वहीं, रविवार को बंदी जारी रहेगी. यह आदेश शॉपिंग मॉल्स पर भी लागू होगा।
उन्होंने कहा कि ‘‘पहले चरण में’’ मुंबई के लोकल ट्रेनों में समाज के हर तबके को यात्रा की अनुमति देना कठिन होगा क्योंकि पाबंदियों में धीरे-धीरे ढील दी जा रही है। नए आदेश के मुताबिक सभी पब्लिक गार्डेन, प्लेग्राउंड वॉकिंग, जॉगिंग और साइकलिंग के लिए खोले जा सकते हैं। सभी सरकारी और प्राइवेट दफ्तर पूरी क्षमता के साथ काम कर सकते हैं। काम की समयावधि ऐसी तय की जाए, जिससे भीड़ से बचा जा सके। जहां वर्क फ्रॉम होम के जरिए काम हो सकता है, वहां इसे जारी रहने दिया जाए।
सीएम ने कहा कि सभी कृषि कार्य, सिविल वर्क, इंडस्ट्रियल एक्टिविटी, ट्रांसपोर्ट पूरी क्षमता के साथ जारी रखा जा सकता है। जिम, योग सेंटर, हेयर कटिंग सलून, स्पा और ब्यूटी पार्लर सलून 50 फीसदी क्षमता के साथ रात 8 बजे तक खुल सकेंगे। एसी का इस्तेमाल न करने की हिदायत सरकार ने दी है। सभी सिनेमा, थिएटर और मल्टीप्लेक्स अगले आदेश तक बंद रहेंगे.।राज्य में सभी पूजास्थल बंद रहेंगे। स्टेट एजुकेशन डिपार्टमेंट और हायर एंड टेक्निकल डिपार्टमेंट के आदेश सभी स्कूलों और कॉलेजों पर लागू होंगे। 50 फीसदी क्षमता के साथ सभी रेस्त्रां वीकडेज पर भी 4 बजे तक खुल सकंगें हालांकि सभी कोविड प्रोटोकाल का पालन जरूरी होगा।
ठाकरे ने उन इलाकों के लोगों से सहयोग की अपील की जहां अधिक मामलों के कारण पाबंदियों में ढील संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि सतारा, सांगली, कोल्हापुर, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग सहित ऐसे सभी जिलों में कोविड-19 की स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने जिलाधिकारियों से कहा है कि जांच की संख्या बढ़ाई जाए, साथ ही चिकित्सकों की संख्या भी बढ़ाई जाए ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि लोगों की कोविड-19 एवं जलजनित बीमारियों से रक्षा हो सके।’’
मेडिकल ऑक्सीजन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक आकलन के मुताबिक संभावित तीसरी लहर के दौरान एलएमओ की संख्या दूसरी लहर की तुलना में दोगुनी कर दी जाएगी। उन्होंने निजी सेक्टर से अपील की कि कार्यालय के समय को अलग-अलग करें।