अरविंद केजरीवाल की सरकार बनने के बाद से ही दिल्ली में कानून मंत्री का पद हमेशा विवादो में रहा। पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र तोमर की फर्जी डिग्री के मामले ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी थी। उसके बाद तोमर को मंत्री पद से हटा दिया गया और बाद में कपिल मिश्रा को कानून मंत्री बना दिया गया।
लेकिन अचानक हुए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कानून मंत्रालय का भी प्रभार दे दिया गया। मनीष के पास पहले से ही कई विभाग हैं। माना जा रहा है कि सिसोदिया को कानून मंत्री बनाए जाने से एक बार फिर दिल्ली की सियासत गरमा सकती है। सूत्र बताते हैं कि कपिल मिश्रा को कानून मंत्री बनाए जाने से पार्टी के कई नेताओं ने नाराजगी जताई थी।