शिक्षा और नौकरी में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा क्रांति मोर्चा (एमकेएम) के बैनर तले बुधवार को मुंबई में मराठी लोग विशाल शांति मार्च निकाला। बायखला के जीजामाता उद्यान से शुरू हुआ ये मार्च शाम पांच बजे के क़रीब आज़ाद मैदान पर खत्म हुआ।
इस बीच मराठा मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने विधान भवन में मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस से मुलाकात की और अपनी मांग रखी। इस दौरान सभी राजनैतिक पार्टीयों के नेता भी मौजूद रहे। इस मुलाकात में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मराठों को शैक्षणिक पाठ्यक्रमों में ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण दिये जाने की दिशा में अहम कदम उठाने की बात कही है। इसके अलावा सीए फडणवीस ने 605 कार्यक्रमों में आरक्षण देने का भरोसा दिया है। साथ ही 60 प्रतिशत की योग्यता को भी खत्म करने की बात कही है।
Mumbai: Maharashtra CM Devendra Fadnavis met representatives from #MarathaMorcha and leaders from all political parties. pic.twitter.com/69z6LC5R2r
— ANI (@ANI) August 9, 2017
सीएम फडणवीस ने विधानसभा में कहा कि मराठा आरक्षण की मांग को बैकवर्ड क्लास कमिशन को रेफर कर दिया है, जो मराठाओं को आरक्षण देने के आधार और संभावनाओं का अध्ययन करेगा। उन्होंने कहा कि सरकार राज्य के हर जिले में मराठी समाज के छात्रों के लिए हॉस्टल बनाएगी। इसके लिए सरकार हर जिले में जमीन और 5 करोड़ की राशि मुहैया करायेगी।
Matter referred to Backward classes commission which will do a study of feasibility of giving reservation to Maratha community: Maha CM
— ANI (@ANI) August 9, 2017
गौरतलब है कि महाराष्ट्र का मराठा समुदाय लंबे समय से अपने लिए नौकरियों में आरक्षण की मांग कर रहा है। इस मांग के समर्थन में पिछले साल भी पूरे राज्य में 57 जगहों पर अलग-अलग रैलियां हो चुकी हैं।