हालांकि अभी फोरसिंक जांच की रिपोर्ट नहीं आई है लेकिन वेटनरी विभाग की जो रिपोर्ट मिली है उससे यह पता चल गया है कि मांस का टुकड़ा बीफ का नहीं बल्कि मटन का था। गौतमबुद्ध नगर के मुख्य वेटनरी आॅफिसर एस.के. द्विवेदी का कहना है कि पुलिस ने मीट के टुकड़ों की जांच करने के लिए कहा था जिसमें यह बकरे का मीट प्रतीत होता है। द्विवेदी ने भी कहा कि जब तक फोरसिंक रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक सही तथ्य का पता नहीं चलेगा।
गौरतलब है कि इस घटना ने देश में सियासी हलचल मचा दिया था। उस समय बिहार में विधानसभा चुनाव होेने वाले थे और इस घटना की गूंज वहां भी पहुंची और इसको लेकर सियासी दलों के बीच खूब जुबानी जंग भी चली। अखलाक की जहां पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी वहीं उसके बेटे को भी अधमरा कर दिया गया था। जिसका लंबे समय तक इलाज चलता रहा। इस घटना के बाद पुलिस ने आठ लोगों को आरोपी बनाया था जिसकी वजह से गांव में तनाव बना हुआ था। प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अखलाक के परिवार को आर्थिक सहायता भी दी थी।