मेघालय में विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव में जीत दर्ज करने के साथ ही भाजपा नीत मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन (एमडीए) की 60 सदस्यीय सदन में स्थिति आज मजबूत हो गई।
एमडीए के सहयोगी दलों नेशनल पीपुल्स पार्टी और यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार उपचुनाव में विजयी रहे। इसके साथ ही सदन में एमडीए के सदस्यों की संख्या 37 से बढ़कर 39 हो गयी।
मुख्य चुनाव अधिकारी एफ आर खारकोंगोर ने बताया कि मुख्यमंत्री और नेशनल पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष कोनराड के. संगमा ने 8,421 मतों के अंतर से दक्षिण तुरा सीट पर जीत दर्ज की जबकि यूडीपी के पी. मारवीन ने 3,000 से अधिक मतों से रानीकोर सीट पर जीत हासिल की।
अब विधानसभा में एनपीपी और कांग्रेस दोनों के पास 20-20 सीटें हैं। यूडीपी की संख्या आठ पर पहुंच गई है। संगमा ने पश्चिमी मेघालय में तुरा से पीटीआई-भाषा से फोन पर कहा, ‘‘परिणाम हमारे उम्मीदों के मुताबिक हैं। मैं दक्षिण तुरा के मतदाताओं का आभारी हूं जिन्होंने मेरे नेतृत्व पर अपना भरोसा कायम रखा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह चुनाव जीतना इस बात का संकेत है कि लोगों का इस सरकार में भरोसा है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करेंगे कि हम राज्य को आगे ले जाएं।’’
उन्होंने विपक्षी दल कांग्रेस से एक साथ मिलकर काम करने और लोगों द्वारा दी गई भूमिका को निभाने का आह्वान किया। मुख्यमंत्री को दक्षिण तुरा सीट पर 13,656 वोट मिले जबकि उनके करीबी प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के चार्लोट डब्ल्यू मोमीन को 5,235 वोट मिले।
रानीकोर निर्वाचन क्षेत्र में यूडीपी के पी. मारवीन ने एनपीपी उम्मीदवार मार्टिन एम दांग्गो को 2,896 वोटों से हराया। मारवीन को 13,183 वोट मिले जबकि दांग्गो को 10,287 वोट मिले हैं।
रानीकोर सीट पर पीडीएफ अध्यक्ष पी एन सियम को 1,978 वोट मिले और कांग्रेस उम्मीदवार जे संगमा को 938 वोट मिले। रानीकोर से पांच बार के विधायक रहे मार्टिन एम दांग्गो और दक्षिण तुरा से अगथ के संगमा के इस्तीफे के बाद इन दोनों सीटों पर उपचुनाव कराने की आवश्यकता पड़ी। दांग्गो कांग्रेस छोड़कर एनपीपी में शामिल हो गए।
विधानसभा में भाजपा के पास दो और एनसीपी के पास एक सीट है तथा वे एनपीपी के नेतृत्व वाली एमडीए सरकार का समर्थन कर रहे हैं। एनपीपी के पास 20 सीटें हैं। क्षेत्रीय दल भी सरकार का समर्थन कर रहे हैं।