दरअसल यह रकम उन्हें शारदा समूह की ओर से समूह का ब्रांड एम्बैसडर बनने के लिए दी गई थी। घोटाले की जांच के क्रम में मिथुन ने शारदा से मिले रकम को प्रवर्तन निदेशालय को लौटाने का वादा किया था। प्रवर्तन निदेशालय शारदा घोटाले के संबंध में उनसे कई बार पूछताछ कर चुका है। फरवरी में हुए अंतिम पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने स्पष्ट कर दिया था कि शारदा घोटाले के संबंध में मिथुन के जवाबों से वह संतुष्ट है।
पूछताछ के दौरान किए गए अपने वादे के अनुसार मिथुन आज साल्ट लेक स्थित प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर अपने वकीलों के साथ पहुंचे और इस मामले के जांच अधिकारी को 1.2 करोड़ की राशि सौंपी। मिथुन ने जांच के समय प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को पूरा सहयोग किया था और उन्हें वह डीवीडी सीडी, और कागजात भी सौंप दिए थे जो शारदा समूह द्वारा करार से पहले उन्हें दिए गए थे।