पंजाब पुलिस ने रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) हमले के सिलसिले में अपने मोहाली कार्यालय में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है और आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल तथा पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई की सांठगांठ की ओर इशारा किया है।
शुक्रवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक वी के भवरा ने कहा कि एक अन्य मामले में छठा आरोपी पुलिस हिरासत में है। उन्होंने कहा कि घटना के पीछे की साजिश का पता लगा लिया गया है और पाकिस्तान की आईएसआई के इशारे पर आतंकवादी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल और गैंगस्टरों के बीच सांठगांठ का मामला सामने आया है।
डीजीपी ने कहा कि मुख्य साजिशकर्ता तरनतारन निवासी लखबीर सिंह गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर सिंह रिंडा का करीबी सहयोगी है। माना जाता है कि रिंडा पाकिस्तान में है। भवरा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए पांच लोगों में विस्फोट करने वालों को आश्रय, रसद सहायता और हथियार मुहैया कराने वाले शामिल हैं। उन्होंने कहा कि रॉकेट चालित ग्रेनेड (आरपीजी) दागने में शामिल तीन लोग अब भी वांछित हैं।
डीजीपी ने कहा कि तरनतारन निवासी निशान सिंह इस मामले का एक आरोपी पहले से ही किसी अन्य मामले में फरीदकोट पुलिस की हिरासत में है। उन्होंने कहा कि इस मामले में भी उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। निशान सिंह कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है, जिसमें एक हत्या के प्रयास से संबंधित है और दूसरा नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस एक्ट के तहत है।
सोमवार को एक दुस्साहसिक हमले में, मोहाली के सेक्टर 77 में राज्य पुलिस के खुफिया विंग मुख्यालय पर रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) दागा गया। विस्फोट के कारण इमारत की एक मंजिल की खिड़की के शीशे टूट गए। घटना में किसी को चोट नहीं आई।