जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद ने आज एक सवाल के जवाब में इस बात का संकेत दिया कि उनकी बेटी और पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती भविष्य में कभी भी उनका स्थान ले सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का हिस्सा है। मुफ्ती ने एक सवाल के जवाब में कहा कि जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के तौर पर महबूबा जी का आना लोकतंत्र है। उनसे निकट भविष्य में महबूबा के राज्य की मुख्यमंत्री बनने की अटकलों को लेकर सवाल किया गया था।
अपने दवाब में उन्होंने कहा, कब कौन आएगा इस बारे में फैसला करना पार्टी का काम है। फिलहाल यह मुद्दा नहीं है। ऐसी खबरें आई हैं कि पार्टी के भीतर के कुछ नेता पिता से पुत्री को सत्ता का हस्तांतरण रोकना चाहते हैं। महबूबा मुफ्ती को मुख्यमंत्री बनाए जाने का संकेत देने के साथ ही मुफ्ती ने राज्य में अपनी पार्टी को मजबूत करने में अपनी बेटी की भूमिका की तारीफ की। उन्होंने कहा, हकीकत में वह जमीन पर काम कर रही हैं और मैं पर्दे के पीछे और दूसरे क्षेत्रों में काम करता हूं। पार्टी में जो मजबूती आई है वो मेरी वजह से नहीं है। बेटी के काम की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा, मैं नहीं जीत रहा था, वह 1996 में बिजबेहरा विधानसभा सीट से जीती। उन्होंने उसके लिए बहुत मेहनत किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह प्रशासन के कामकाज को लेकर व्यस्त हैं, तो महबूबा जमीन पर जनता को जोड़ रही हैं। मुफ्ती से पीडीपी के भीतर विरोध के बारे में पूछा गया था जहां पार्टी के सांसद मुजफ्फर बेग कह रहे हैं कि गठबंधन को अंतिम रूप देने में मुफ्ती भाजपा के सामने झुक गए। इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा, हर पार्टी में मतभेद होते हैं और हर पार्टी को इसका स्वागत करना चाहिए। उन्हें लोगों को बहस में शामिल करना चाहिए। इस तरह का मतभेद लोकतंत्र का सार है। उन्होंने कहा, बेग हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं। उनको अपनी राय रखने का पूरा हक है। मैं पार्टी का ठेकेदार नहीं हूं।