11 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद मुर्शिदाबाद जिले के जंगीपुर उपखंड में पश्चिम बंगाल के धुलियान शहर में स्थिति नियंत्रण में है।
क्षेत्र में बीएसएफ और सीआरपीएफ सहित सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है तथा अधिकारियों ने कहा है कि स्थिति अब नियंत्रण में है। स्थानीय लोगों ने हिंसा के दौरान फैली अराजकता के बारे में बताया, जिसमें कई दुकानें और संपत्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं।
एएनआई से बात करते हुए एक दुकानदार ने तबाही का वर्णन करते हुए कहा, "मेरी पूरी इमारत नष्ट हो गई है। सारे शीशे टूट गए हैं। इमारत का वह हिस्सा कमज़ोर था -लकड़ी की खिड़कियाँ और दरवाजे थे। वे उस रास्ते को तोड़कर अंदर घुस आए। उन्होंने पूरी तरह से तोड़फोड़ की और हमारा कुछ सामान भी लूट लिया। मेरी बिल्डिंग के सामने मेरी एक दुकान है। उन्होंने उस दुकान का भी शटर तोड़ दिया। सोमवार को बैंक की छुट्टी थी, इसलिए मुझे मंगलवार को सारे भुगतान मिल गए। मेरे पास करीब 13.5 लाख रुपए नकद थे। यह नकद बैंक में जमा होना था, लेकिन सब चोरी हो गया। इसके अलावा, मेरी दुकान में 7-8 लाख रुपए का फर्नीचर और उपकरण था, जिसमें कुर्सियाँ, टेबल, सीपीयू, कंप्यूटर और लैपटॉप शामिल थे। कुल मिलाकर, मुझे करीब 20-25 लाख रुपए का नुकसान हुआ है।"
एक अन्य स्थानीय दुकानदार अधीर रवि दास ने अपनी पीड़ा साझा करते हुए कहा, "मेरी दुकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। कुछ भी नहीं बचा है। अगर प्रशासन मदद करे तो हम दुकान खोल पाएंगे, वरना कुछ नहीं कर पाएंगे। दुकान में 6-7 लाख रुपए का सामान था, सब जल गया है। हम शांति चाहते हैं। बीएसएफ यहां है तो स्थिति सामान्य है। हमें नहीं पता कि अगर बीएसएफ यहां से हट गई तो क्या होगा। हम यहां बीएसएफ कैंप चाहते हैं।"
दुकानदार हबीब-उर-रहमान ने बताया कि हालात में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, "समसेरगंज में हालात अब सामान्य हैं। प्रशासन हमसे दुकानें खोलने और अनुशासन में रहने को कह रहा है। बीएसएफ और सीआरपीएफ की तैनाती के बाद हालात बदल गए हैं।"
सुरक्षा बल व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवेदनशील क्षेत्रों में गश्त जारी रखे हुए हैं, तथा प्रशासन ने निवासियों से शांत रहने तथा सामान्य गतिविधियां जारी रखने का आग्रह किया है।