रिहाना का निकाह वर्ष 2012 में जमालपुर के मोहम्मद शरीफ से हुआ था, लेकिन निकाह के कुछ महीने बाद पति से लड़ाई होने के बाद वह अपने माता-पिता के घर चली गई थी। जब वह वापस आई तो रिहाना के ससुराल वालों ने उस घर में घुसने से मना कर दिया। तब से वह घर दरवाजे पर बैठी है। रिहाना को एक चार साल की बच्ची भी है। हालांकि महिला ने साफ किया है कि यह तीन तलाक का मामला नहीं है।
हिन्दू महासभा के कुछ स्थानीय नेता मुस्लिम बहुल क्षेत्र जमालपुर पहुंचे और पीड़िता को आश्वासन दिया कि अगर उसे न्याय नहीं मिलता तो वे उसके लिए लड़ाई लड़ेंगे।
मामले में दखल देते देते हुए पुलिस ने बताया कि इस मसले को लेकर जमालपुर में स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। हालांकि तनावपूर्ण स्थिति को नियंत्रित किया जा चुका है।