यह निर्णय जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा की ओर से किया गया जो श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं। यह निर्णय बोर्ड की नई दिल्ली में आयोजित 58वीं बैठक में किया गया।
उन्होंने एक मास्टर प्लान तैयार करने की जरूरत पर बल दिया ताकि पर्याप्त रूप से दीर्घकालिक परिप्रेक्ष्य में उन आधारभूत सुविधाओं के उस पैमाने एवं क्षमता का पता लगाया जा सके जो श्रद्धालुओं को मुहैया कराने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षित रखने और प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए यात्रा के सभी पहलुओं के संबंध में एक सुनियोजित दृष्टिकोण महत्वपूर्ण हो गया है।
एजेंसी भाषा