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नीतीश ने 28 म‍ंत्रियों के साथ ली शपथ, सिर्फ 2 महिलाएं

बिहार चुनाव में शानदार जीत दर्ज करने वाले नीतीश कुमार ने पांचवीं बार बिहार के मुख्‍यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली। पटना के गांधी मैदान में नीतीश के साथ लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। उनके बेटे तेजस्‍वी को उप-मुख्‍यमंत्री बनाए गया है। नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 28 लोगों को जगह मिली है्, इनमें राजद और जदयू के 12-12 मंत्री जबकि कांग्रेस से 4 मंत्री हैं। इनमें सिर्फ दो महिलाएं हैं जबकि चार मुस्लिम विधायकों को मंत्री बनाया गया है।
नीतीश ने 28 म‍ंत्रियों के साथ ली शपथ, सिर्फ 2 महिलाएं

नीतीश के बाद लालू यादव के बेटे तेजस्‍वी यादव और फिर तेज प्रताप यादव ने मंत्री पद की शपथ ली। इससे साफ हो गया है कि नीतीश कुमार के बाद उनकी कैबिनेट में तेजस्‍वी यादव का ओहदा दूसरे नंबर पर रहेगा। बेटों के शपथ ग्रहण के दौरान लालू और राबड़ी काफी भावुक हो गए। 

तेज प्रताप को दो बार लेनी पड़ी शपथ 

पहली बार विधायक और मंत्री बने तेज प्रताप यादव शपथ पढ़ने में गलती कर गए, जिसके बाद उन्हें दोबारा अपना शपथ लेनी पड़ी। गलत शपथ पढ़ने पर राज्‍यपाल को उन्‍हें टोकना पड़ा।  वह शपथ लेते हुए अपेक्षित की जगह उपेक्षित बोल गए। लालू के दोनों बेटे महज 25-26 साल के हैं और पहली बार विधायक चुनकर आए हैं। इन दोनों के बाद लालू के खास अब्दुल बारी सिद्दकी ने शपथ ली। सिद्दीकी को वित्त मंत्री बनाए जाने की चर्चा है। उनके बाद 1990 से लगातार जीत रहे विजेंद्र यादव को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।  

नीतीश मंत्रिमंडल में इन्‍हें मिली जगह 

राजद: तेजस्वी यादव, तेजप्रताप यादव, अब्दुल बारी सिद्दकी, शिवचंद्र राम, रामविचार राय, चंद्रिका राय, आलोक मेहता, मुनेश्वर चौधरी, विजय प्रकाश, अनिता देवी, चंद्रशेखर, डा. अब्‍दुल गफूर (12 मंत्री)

जदयू: विजेंद्र यादव, कृष्णनंदन वर्मा, जय कुमार सिंह, श्रवण कुमार, ललन सिंह, कपिल देव कामत, कुमारी मंजू वर्मा, शैलेश कुमार, खुर्शीद उर्फ़ फिरोज अहमद, मदन सहनी, संतोष कुमार निराला, महेश्‍वर हजारी (12 मंत्री)

कांग्रेस: अब्दुल जलील मस्तान, अवधेश कुमार सिंह, मदन मोहन झा, अशोक चौधरी (4 मंत्री)

 

नीतीश के खास श्‍याम रजक नाराज 

नीतीश कुमार ने अपने मंत्रिमंडल में नए चेहरों को जगह देने के लिए श्‍याम रजक जैसे पुराने सहयोगियों को नजरअंदाज किया है। पिछली सरकार बेहद अहम भूमिका में रहे जेडीयू नेता श्‍याम रजक मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज बताए जाते हैं। शायद यही वजह है कि आज वह शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल नहीं हुए। श्‍याम रजक पांचवीं बार विधायक चुनकर आए हैं और जदयू का प्रमुख दलित चेहरा माने जाते हैं।   इस गलती की वजह से राज्‍यपाल रामनाथ गोविंद ने उन्‍हें फिर से पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।   

विपक्षी नेताओं का जमावड़ा, केंद्र पर नीतीश की नजर 

नीतीश सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी, नेशनल कांफ्रेंस के फारूख अब्‍दुल्‍ला कांग्रेस के गुलाम नबी आजाद समेत कई गणमान्‍य लोग शामिल हुए। केंद्र सरकार की ओर से वेंकैया नायडू पहुंचे हैं। कोहरे की वजह से विमान की लैंडिंग में देरी की वजह से राहुल गांधी देर से कार्यक्रम में पहुंचे, जिसके चलते कांग्रेस कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने देर से शपथ ली। 

अपने शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा विरोधी दलों के जमावड़े के साथ नीतीश कुमार राष्‍ट्रीय राजनीति पर अपना असर दिखाने की पूरी कोशिश की है। नीतीश कुमार को शुभकामना देने के लिए दिल्‍ली की पूर्वी सीएम शीला दीक्षित भी पटना के गांधी मैदान में मौजूद थीं। इस दौरान अरविंद केजरीवाल और लालू यादव गर्मजोशी से गले भी मिले। नीतीश के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष की एकजुटता का नजारा भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। हालांकि, महागठबंधन से नाता तोड़ चुके सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और यूपी के सीएम अखिलेश यादव समारोह में शामिल नहीं हुए। 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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