विधायक दल की बैठक में जयललिता मौजूद नहीं थीं। इससे पहले मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम ने इस्तीफा देकर जयललिता के पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ कर दिया था। तमिलनाडु के राज्यपाल के. रोसैया ने पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और जे. जयललिता को जल्द से जल्द सरकार गठित करने के लिए आमंत्रित किया है।
माना जा रहा है कि जयललिता शनिवार को मद्रास यूनिवर्सिटी ऑडिटोरियम में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी। आय से अधिक संपत्ति के मामले में बरी होने के बाद पहली बार जयललिता शुक्रवार को समर्थकों से भी मुखातिब होंगी। जयललिता को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद अम्मा समर्थकों में जश्न का माहौल है। अन्नाद्रमुक पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों में गजब का उत्साह है।
पिछले साल अक्टूबर में जमानत हासिल करने के बाद बेंगलुरू से शहर लौटने के बाद सैंकड़ों पार्टी कार्यकर्ताओं और आम जनता ने हवाई अड्डे से लेकर उनके घर के रास्ते में उनके काफिले का स्वागत किया था। हालांकि उन्होंने जनता को संबोधित नहीं किया था। पार्टी कार्यकर्ताओं का हुजूम चेन्नई में पार्टी मुख्यालय पर गुरुवार शाम से ही उमड़ना शुरू हो चुका था।
उन्होंने एक बयान में कहा था, 'मेरे प्रिय पार्टी साथी जो इच्छा रखते हैं वह सही समय पर पूरी होगी। इसे कोई रोक नहीं सकता। इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।' जयललिता को कर्नाटक हाईकोर्ट ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में 11 मई को बरी कर दिया था। एक विशेष अदालत ने उन्हें पिछले साल 27 सितंबर को इस मामले में दोषी ठहराया था और चार साल की सजा सुनाई थी।