शीर्ष सरकारी सूत्रों ने बताया कि एसीबी 2002 के सीएनजी फिटनेस घोटाला मामले को फिर खोल रही है जिसमें शीला दीक्षित सरकार के तहत काम कर चुके तीन शीर्ष बाबू जांच के दायरे में हैं। उन्होंने कहा कि एसीबी ने 2012 में वर्ष 2002 के 100 करोड़ रुपये के कथित सीएनजी फिटनेस घोटाले के प्रकरण में मामला दर्ज किया था।
आप की पूर्व की 49 दिन की सरकार के दौरान जांच एजेंसी द्वारा घोटाले से संबंधित कुछ कागजात मांगे जाने के बाद अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि एजेंसी को सभी दस्तावेज मुहैया कराए जाएंगे। उन्होंने कहा, लेकिन मामले की जांच अटक गई क्योंकि केजरीवाल सरकार ने इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि क्योंकि अब राजधानी में निर्वाचित सरकार है, एसीबी मामले की गहन जांच करेगी। सूत्रों ने दावा किया कि अधिकारियों से पूछताछ की अनुमति नहीं मिलने से जांच अटक गई थी।
आम आदमी पार्टी ने पिछले साल दिसंबर में 2002 के सीएनजी फिटनेस घोटाले के मामले को उठाया था और सीबीआई द्वारा दिल्ली सरकार के शीर्ष नौकरशाहों को आरोपी बनाए जाने पर केंद्र सरकार और दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग की जारी खामोशी पर निशाना साधा था।