जम्मू और कश्मीर के भूतपूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शोपियां में नागरिकों की हत्या के मामले की जांच स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) को सौंपने को कहा है।
अबदुल्ला ने यह बात जम्मू कश्मीर विधानसभा में सदस्यों के संबोधन में कहीं। उन्होंने कहा, ‘शोपियां का मसला गंभीर है और मैं इस मामले में उच्च जांच कमेटी की सिफारिश करता हूं।’ उन्होंने मेहबूबा मुफ्ती सरकार का उस मामले की ओर भी ध्यान दिलाया जिसमें आर्मी के एक जवान ने आम नागरिक को जीप से बांध दिया था। सरकार ने उस व्यक्ति को अब तक मुआवजा देने की कोई पहल नहीं की है। जबकि सेना के उस जवान को अवॉर्ड दिया गया था। ऐसे में उन पर (महबूबा पर) कैसे भरोसा किया जा सकता है कि वह शोपियां मामले में हुई एफआईआर पर तर्क के साथ कदम उठाएंगी।
इससे पहले अब्दुल्ला ने शोपियां नागरिक हत्याकांड पर मजेस्टिरियल जांच की मांग की थी। और इसी के साथ सेना के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई थी। इससे थोड़ी गफलत भी हुई। जम्मू और कश्मीर के डीजीपी एस पी वैद का कहना है कि शोपियां मामले में दर्ज हुई एफआईआर में कसी भी अफसर को नामजद नहीं किया गया है।