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गिरफ्तारी वारंट पर अश्विनी चौबे के बेटे ने कहा- क्यों करूं सरेंडर, तेजस्वी ने किया पलटवार

बिहार के भागलपुर में रैली के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प मामले में आरोपी केंद्रीय स्वास्थ्य...
गिरफ्तारी वारंट पर अश्विनी चौबे के बेटे ने कहा- क्यों करूं सरेंडर, तेजस्वी ने किया पलटवार

बिहार के भागलपुर में रैली के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प मामले में आरोपी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत शाश्वत अग्रिम जमानत याचिका के लिए कोर्ट जाएंगे।

सोमवार को अरिजीत शाश्वत ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि वह पुलिस के सामने सरेंडर क्यूं करें। इस मामले में अरिजीत शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी किया गया है। लेकिन उन्होंने सरेंडर करने से साफ इनकार कर दिया है। वारंट जारी होने के बाद विपक्षी नेता अरिजीत शाश्वत पर सरेंडर करने का दबाव बना रहे हैं।

बेटे अरिजीत के बयान के बाद पिता और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने कहा कि उनका बेटा क्यूं सरेंडर करे। उनरा कहना है कि मेरा बेटा बिलकुल सही है। उसने कोई गलत काम नहीं किया है। वह निर्दोष है। मीडिया से बातचीत के दौरान अश्विनी चौबे ने कहा कि भारत माता कि जय बोलना क्या अपराध है। उन्होंने का कि पुलिस ने यह एफआईआर गलत किया है। इस दौरान अश्विनी ने FIR की कॉपी को रद्दी का टुकड़ा बताया।

इस मामले को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट के माध्यम से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘नीतीश सरकार सुनिए, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे एक केस में फरार हैं। नीतीश सरकार ने उनके खिलाफ भागलपुर में दंगा फैलाने का वारंट जारी किया है पर वह तो राम नवमी के अवसर पर तलवार थामे बीजेपी विधायकों के साथ जुलूस निकाल रहा है।'

एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने कहा,  ‘बिहार के ढोंगी और पाखण्डी मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगाई पुत्र पर दिखावटी वारंट निकाल रखा है। लेकिन वह पटना में सीएम आवास के बगल में ही बीजेपी विधायकों की मौजूदगी में तलवार थामे फेसबुक लाइव कर रहा था।’

वहीं, अरिजीत की गिरफ्तानी न होने पर बीजेपी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने भी हमला बोला है। उन्होंने कहा कि नीतीश से यह पूछा जाना चाहिए कि आखिर यह क्यों हो रहा है। उन्होंने कहा कि जब पुलिस के पास वारंट है तो उन्हें जाकर पकड़ना चाहिए।

 


गौरतलब है कि अरिजीत के खिलाफ जिस मामले में वारंट जारी हुआ है वह 17 मार्च को भागलपुर के नाथनगर इलाके में हुआ था। अरिजीत को आरोपी बनाते हुए उन पर एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया था कि अरिजीत के नेतृत्‍व में भारतीय नववर्ष जागरण समिति की ओर से विक्रम संवत के पहले दिन नववर्ष को मनाने के लिए जुलूस निकाला गया था।

इस पूरे मामले में भागलपुर सीजेएम कोर्ट ने अरिजीत समेत नौ लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। नाथनगर थाने की प्राथमिकी संख्या 176/18 में अरिजीत नामजद आरोपी है। 

 

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