पनीरसेल्वम ने कहा किवह अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं के साथ कुछ सच साभुाा करना चाहते हैं। इससे पूर्व पनीरसेल्वम ने उस वक्त सभी को हैरान कर दिया जब वह जयललिता के समाधिस्थल पर अकेले ध्यान लगाकर बैठ गए। सफेद कमीज एवं धोती पहने पनीरसेल्वम समाधिस्थल के भीतर फर्श पर परंपरागत ध्यान की मुद्रा पर बैठ गए।
वहां करीब 40 मिनट तक बैठे रहने के बाद उन्होंने अपनी आंखें खोली और आंसू पोछे। पनीरसेल्वम ने इसके बाद सम्मान में हाथ जोड़ा और वहां से जाने से पहले प्रार्थना की।पनीरसेल्वम रात करीब नौ बजे समाधिस्थल पर पहुंचे और वहां ध्यान में बैठने से पहले पुष्पांजलि अर्पित की। जब वह ध्यान में बैठे थे उनकी सुरक्षा में कुछ व्यक्ति सादे कपड़ों में खड़े थे। पनीरसेल्वम के ध्यान में बैठे होने की खबर फैलने के साथ ही वहां भीड़ जुटनी शुरू हो गई।