भाजपा की अगुआई वाली गोवा सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में बताया कि समुद्र तट पर शराब पीने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
राज्य के पर्यटन मंत्री मनोहर अजगांवकर ने बताया, 'समुद्र तट को साफ रहना चाहिए और वहां कुछ भी अवैध नहीं होना चाहिए। इसके लिए हमने लोगों को वहां शराब पीने से मना किया है।' मंत्री ने यह भी बताया कि पुलिस ने बीच पर शराब पीने के कुछ मामले पहले ही दर्ज किए हैं।
पीटीआई के मुताबिक, उन्होंने कहा, 'हम टूरिस्ट ट्रेड एक्ट में बदलाव भी करेंगे। मैंने टूरिस्ट गार्ड से ड्रग्स बेचने वालों पर कड़ी नजर रखने को कहा है। कानून हाथ में लेने की किसी को इजाजत नहीं होगी।' अजगांवकर कांग्रेस नेता एलेक्सो रेजिनाल्डो के एक सवाल का जवाब दे रहे थे।
समुद्र तट पर लोगों की जान बचाने वाले लाइफगार्ड से जुड़े एक दूसरे प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रीकर ने कहा, 'पहले सरकार समुद्र तट पर लाइफगार्ड सेवा चलाती थी लेकिन अब ऐसी सेवा सरकार द्वारा संचालित करना संभव नहीं है। इसलिए यह काम प्राइवेट फर्म को दे दिया गया था।' सरकार ने इस बात से इनकार किया कि इस तरह की एजेंसी का काम अब खत्म कर दिया गया है। अजगांवकर ने दृष्टि नाम की एक फर्म का उल्लेख करते हुए कहा कि वह बेहतरीन काम कर रही है। यह मुंबई की एक फर्म है।