केंद्र और राज्य के बीच रिश्तों में खटास का असर रह रहकर दिख जाता है। देवघर, एम्स में ओपीडी के उद्घाटन का विवाद अभी ठंडा भी नहीं पड़ा है कि पीएसए प्लांटों (ऑक्सीजन प्लांटों) के उद्घाटन ने तूल पकड़ लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में पीएम केयर फंड से बने पीएसए प्लांटों का सात अक्टूबर को उद्घाटन करने वाले थे मगर मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और उनके स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पीएम केयर फंड से झारखंड के 19 जिलों में 27 स्थलों पर बने पीएसए प्लांट का ऑनलाइन उद्घाटन कर दिया। बुधवार को हेमन्त सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कोबिड जांच के लिए कोबास मशीन, सेंट्रल पैथलैब, सीटी स्कैन सेंटर, चलंत मोबाइल आदि का उद्घाटन, शुभारंभ किया।
सरकारी विज्ञापन के अनुसार मुख्यमंत्री को सभी योजनाओं का उद्घाटन करना था। मगर मुख्यमंत्री ने रांची सदर अस्पताल में पीएसए प्लांट का उद्घाटन किया फिर रिम्स पहुंचे, कोरोना के त्वरित जांच वाली कोबास मशीन का उद्घाटन किया और निकल गये। रिम्स से ही अन्य जिलों के लिए पीएसए प्लांटों का ऑनलाइन उद्घाटन करना था। पीएसए प्लांटों के उद्घाटन को लेकर भाजपा ने गहरा एतराज जताया है। रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ ने ट्वीट कर कहा है कि पीएम केयर फंड से ये बने हैं ऐसे में मुख्यमंत्री द्वारा अपने स्तर से उद्घाटन समझ से परे है। मुख्यमंत्री से उन्होंने सवाल किया है कि आखिर आप करना क्या चाह रहे हैं। यह सब लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का अपमान है। जब राष्ट्र स्तर पर एक साथ लोकार्पण होना तय हुआ तो फिर झारखंड सरकार के द्वारा ऐसा किया जाना, सीधे-सीधे प्रधानमंत्री का अपमान है।
प्रधानमंत्री का अपमान नहीं सहेंगे नहीं सहेंगे। वहीं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने ट्वीट कर कहा कि झारखंड की झूठी सरकार लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं पर प्रहार करने में जुटी है। पीएम केयर फंड के तहत बने सभी प्लांट्स का उद्घाटन प्रधानमंत्री के द्वारा सात अक्टूबर को होना तय है उसके बावजूद झूठा श्रेय लेने के लिए राज्य सरकार इसका उद्घाटन कर रही है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। तो भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर हेमन्त सरकार की आलोचना की। कहा कि यह मामला माल महाराज का, मिर्जा खेले होली की कहावत चरितार्थ करता है। इसके पहले मुख्यमंत्री ने भारत सरकार की पहल से झारखंड से रवाना होने वाली ऑक्सीजन ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर अपनी पीठ थपथपाई थी। उद्घाटन समारोह के विज्ञापन में रांची के भाजपा सांसद संजय सेठ और कांके के भाजपा विधायक समरीलाल को भी आमंत्रित किया गया था मगर ये समारोह में शामिल नहीं हुए।
जनसंपर्क विभाग के अनुसार उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी में राज्य सरकार ने सीमित संसाधनों के बावजूद अन्य रज्यों की तुलना में बेहतर काम किया। साथ ही थर्ड वेब को लेकर हम पूरी तरह से सज हैं। वे आज रिम्स (राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रांची) के ट्रॉमा सेंटर में नवनिर्मित सेंट्रल लेबोरेटरी सहित राज्यस्तरीय स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी 50 करोड़ की योजनाओं के लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे। राज्यवासियों को मिलने वाली नवनिर्मित स्वास्थ्य सेवाओं का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने ऑनलाइन किया। कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अरुण कुमार सिंह ने विभाग की योजनाओं के बारे में कहा कि 19 जिलों के 27 स्थलों पर पीएम केयर फंड के तहत 27 पीएसए प्लांट का उद्घटन किया गया है ...।
दरअसल जीएसटी कंपनसेशन, डीवीसी के बिजली बकाया का पैसा राज्य के खजाने से सीधे राशि काट लिये जाने, कोयला कंपनियों को दी गयी जमीन के एवज में पैसे, रायल्टी, सरना धर्म कोड, जातीय जनगणना, मेडिकल कॉलेजों में नामांकन आदि अनेक मसले हैं जिस पर केंद्र के साथ टकराव चलता रहता है। अब पीएसए प्लांट के उद्घाटन ने विवाद का नया मुद्दा दे दिया है।