अहमदाबाद से मुंबई तक के बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि अगर आज इतने कम समय में इस योजना का भूमिपूजन हो रहा है तो इसका पूरा श्रेय शिंजो आबे को जाता है। भारत और जापान की दोस्ती सीमा और समय से परे है। उन्होंने कहा कि आज का दिन जापान और भारत के रिश्तों के लिए ऐतिहासिक और भावनात्मक भी है। मोदी ने कहा कि आज भारत ने अपने वर्षों पुराने सपनों को पूरा करने के लिए एक कदम उठाया है। आगे उन्होंने कहा कि कोई भी देश आधे-अधूरे संकल्पों और बंधे हुए सपनों के साथ आगे नहीं बढ़ सकता।
पीएम मोदी ने कहा, मुझे भरोसा है कि इस प्रॉजेक्ट को समय से पूरा कर लिया जाएगा। मेरे लिए इस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का भी बहुत महत्व है, जहां भारत के नौजवानों को तैयार किया जाएगा। उन्होंने कहा, मन में एक सपना है कि जब आजादी के 75 साल पूरे हो यह योजना भी पूरी हो जाए।
मोदी ने कहा, बुलेट ट्रेन की तकनीक जापान की है लेकिन संसाधन भारत से ही जुटाए जाएंगे। इस प्रॉजेक्ट से रेलवे को फायदा होगा, रेलवे के नेटवर्क को नएपन की ओर जाना होगा। उन्होंने कहा कि जब मैं बुलेट ट्रेन की बात करता था तब लोग कहते थे मैं सिर्फ बातें करता हूं। अब बुलेट ट्रेन लेकर आया तो लोग कहते हैं क्यों लाया। कोई ऐसा बैंक नहीं मिल सकता जैसा दोस्त जापान के रूप में भारत को मिला है। आज यूरोप से लेकर चीन तक हाई स्पीड रेल न सिर्फ आर्थिक बल्कि सामाजिक परिवर्तन में एक अहम भूमिका निभा रही है।
पीएम ने कहा, इस प्रॉजेक्ट के पूरा होने के बाद रेलवे का भार घटेगा और उसका समय भी बचेगा। उन्होंने कहा कि 3 साल में 3 करोड़ यात्री बढ़े। उड़ान योजना के तहत देश के 70 छोटे शहरों को जोड़ा जा रहा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जीएसटी से यातायात को भी फायदा मिला है और हमने यातायात के हर क्षेत्र में एक समान इंफ्रास्ट्रकचर पर जोर दिया है। इस प्रॉजेक्ट से मेक इन इंडिया को भी मजबूती मिलेगी। हमारा मकसद है इस तकनीक का भरपूर प्रयोग करते हुए इसे देश के गरीबों के जीवन से जोड़ा जाए।
पीएम मोदी ने बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट का शिलान्यास करते हुए कहा कि इससे देश को एक नई रफ्तार मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे न सिर्फ यातायात तेज होगी बल्कि व्यापार भी बढ़ेगा। इस प्रॉजेक्ट से बई और अहमदाबाद की दूरी 2-3 घंटों में सिमट जाएगी। इस ट्रेन से न सिर्फ दूरी कम होगी बल्कि मुंबई और अहमदाबाद के लोग भी करीब आएंगे।
बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए 80% आर्थिक सहायता देने वाला देश जापान के बारे में कहा कि कोई ऐसा बैंक नहीं मिल सकता जैसा दोस्त जापान के रूप में भारत को मिला है। उन्होंने कहा कि समय ज्यादा इंतजार नहीं करता। अब तेजी से बदलाव का वक्त है। इस दौरान उन्होंने कहा कि जो लोग अमेरिका के इतिहास को जानते हैं उन्हें पता है कि रेलवे जाने के बाद कैसे वहां आर्थिक प्रगति शुरू हुई।