पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन के बीच पीएम मोदी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचे। छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) ने पीएम मोदी के कोलकाता दौरे का विरोध किया है। 'मोदी गो बैक' के नारे भी लगाए। इस दौरान पीएम मोदी बेलूरमठ भी गए। उनके मठ दौरे के विरोध में बाली-बेलूर माकपा के महिला मोर्चा की ओर से शुक्रवार को इलाके में एक रैली निकाली गई। इस दौरान माकपा महिला समर्थकों ने पीएम मोदी के इस दौरे का विरोध किया। बता दें कि पीएम मोदी के दौरे से पहले ही दो संगठनों ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे और सड़कों पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है।
सीएए,एनपीआर,एनआरसी वापस लेने की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच कोलकाता में राजभवन में मुलाकात हुई।मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी से सीएए, एनपीआर और एनआरसी वापस लेने की मांग की।
पीएम मोदी के खिलाफ की नारेबाजी
इससे पहले पीएम मोदी जब कोलकाता पहुंचे तो प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता हवाई अड्डे के बाहर और राज्य के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया। सत्तारुढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की छात्र इकाई, युवा कांग्रेस और एसएफआई के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी के खिलाफ नारेबाजी की।
राज्य में नागरिकता कानून नहीं लागू होने देंगे- ममता
शीतकालीन सत्र में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद से ही पश्चिम बंगाल में हिंसा और आगजनी हो रही है। प्रदर्शनकारियों ने रेलवे की संपत्तियों में तोड़फोड़ की, वाहनों में आग लगा दी और बड़े मार्गों को बाधित किया। हालांकि प्रदर्शन के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों को आश्वासन दिया कि वह अपने राज्य में संशोधित नागरिकता कानून नहीं लागू होने देंगे। उन्होंने प्रदर्शनकारियों से हिंसा से भी दूर रहने की बार बार अपील की। इनसब के बीच शुक्रवार से पूरे देश में सीएए की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
गैर राजनीतिक है पीएम मोदी की ये यात्रा
वहीं, पीएम कार्यालय की तरफ से साझा की गई जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी की यह यात्रा पूरी तरह से गैर राजनीतिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दो दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंच रहे हैं। पीएम मोदी के दूसरे कार्यकाल में यह उनकी पहली पश्चिम बंगाल यात्रा है। हालांकि कुल मिलाकर देखा जाए तो बतौर प्रधानमंत्री यह उनकी 20वीं यात्रा होगी।
इस समारोह में शामिल होंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी रविवार को कोलकाता बंदरगाह ट्रस्ट की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर आयोजित समारोह में शामिल हुए। इसके अलावा पीएम मोदी अन्य धरोहर इमारतों को भी राष्ट्र को समर्पित किया।
बयान में कहा गया है कि इन इमारतों में पुराना करेंसी बिल्डिंग, बेल्वेदेरे हाउस, मेटकॉफ हाउस और विक्टोरिया मेमोरियल हाल शामिल है। संस्कृति मंत्रालय ने इनकी मरम्मत एवं साज सज्जा का काम किया है। दरअसल केंद्र सरकार विभिन्न मेट्रो शहरों, जैसे- कोलकाता, दिल्ली, मुम्बई, अहमदाबाद और वाराणसी में प्रसिद्ध इमारतों के आसपास सांस्कृतिक स्थलों का विकास कर रही है।
हावड़ा पुल को रंग-बिरंगी लाइट्स से सजाया गया
पीएम मोदी शनिवार और रविवार को कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के कार्यक्रम में हिस्सा लिया। पीएम मोदी की आगवानी के लिए शुक्रवार को हावड़ा पुल को रंग-बिरंगी लाइट्स से सजाया गया।
यात्रा के दौरान सुरक्षा चाक चौबंद
पश्चिम बंगाल में नये नागरिकता कानून के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन चल रहा है। ऐसे में राज्य प्रशासन ने उनकी यात्रा के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए अभेद्य सुरक्षा व्यवस्था का दावा किया है। अधिकारियों ने बताया कि कई संगठनों ने घोषणा की है कि वे मोदी के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे और उन्हें काला झंडा दिखायेंगे। इन संगठनों में वामदलों से जुड़े संगठन भी हैं।
सीएए के विरोध के बीच पीएम का दौरा अहम
बता दें कि पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे पहले नागरिकता संशोधन कानून का विरोध शुरु हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी 10 जनवरी को गुवाहाटी में आयोजित हो रहे खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2020 का उद्घाटन करने वाले था। हालांकि आखिरी वक्त में उन्होंने यह दौरा रद्द कर दिया। आधिकारिक रूप से कार्यक्रम रद्द किए जाने के पीछे की वजह समय की कमी बताई गई थी।