एसपी ने अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपी है जिसमें दावा किया है कि बलात्कार की पुष्टि करने का कोई सबूत उन्हें अपनी जांच में नहीं मिला है। राज्य के मंत्री अनिल विज का भी ऐसा ही दावा है। एसपी ने अपनी रिपोर्ट में उलटा मीडिया पर ही आरोप लगाए गए हैं कि इस घटना की गलत खबरें दी गई हैं। इस बीच कई समाचार चैनलों ने ऐसे चश्मदीद गवाहों से बात करने का दावा किया है जिन्होंने घटनास्थल पर महिलाओं से बदसलूकी, उनके कपड़े फाड़ने जैसी घटनाएं अपने सामने होने की बात कही है।
हालांकि इन चश्मदीद गवाहों ने यह भी कहा कि उन्होंने बलात्कार होते नहीं देखा मगर इन गवाहों के डर में होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। मीडिया में सबसे पहले यह खबर आने के वक्त जिन लोगों ने बलात्कार की बात कही थी वे सब एक एक अपने बयान से पलट चुके हैं। मुरथल में प्रसिद्ध ढाबा चलाने वाले शख्स ने पहले दिन यह कहा था कि बलात्कार की शिकार महिलाएं उनके ढाबे में आई थीं मगर बाद में वह भी अपने बयान से पलट गए। जाहिर है कि पुलिस और स्थानीय समुदाय का डर लोगों के सिर पर तलवार बनकर लटक रहा है।