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मरकज से हरियाणा लौटे जमातियों का पता लगाने में नाकाम रही पुलिस और इंटेलिजेंस

देशव्यापी लॉकडाउन के 13 दिन बाद भी हरियाणा पुलिस और इंटेलिजेंस, दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज से प्रदेश...
मरकज से हरियाणा लौटे जमातियों का पता लगाने में नाकाम रही पुलिस और इंटेलिजेंस

देशव्यापी लॉकडाउन के 13 दिन बाद भी हरियाणा पुलिस और इंटेलिजेंस, दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज से प्रदेश में लौटे सभी तब्लीगी जमातियों का पता लगाने में नाकाम रही है। राज्य के पुलिस प्रमुख मनोज यादव दावा कर रहे हैं कि तमाम जमातियों का पता लगा लिया गया है जबकि गृह मंत्री अनिल विज जमातियों के छिपे होने की आशंका जता रहे हैं। 27 मार्च से खबरें आने लगी थी कि मरकज से लौटे करीब 300 जमातियों का पता लगा पुलिस ने उन्हें क्वारेंटाइन करा दिया था। 11 दिन (6 अप्रैल तक) में ही राज्य के 15 जिलों में मरकज से लौटने वाले जमातियों का आंकड़ा 1,377 पहुंच गया है। इसमें भी 500 वे जमाती हैं जिन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी आईबी (इंटेलिजेंस ब्यूरो) की सूचना के आधार पर क्वारंटाइन में रखा गया है। राज्य कोरोना संक्रमितों में 74 तब्लीगी जमातियों में से 52 झज्जर के बाढ़सा स्थित नेशनल कैंसर इंस्टीटयूट में उपचाराधीन हैं।     

जिस तरह से आए दिन जमातियों की संख्या बढ़ रही है उससे साफ है कि पुलिस, इंटेलिजेंस और सरकार की तमाम एजेंसियां छुपे खाैफजदा तमाम जमातियों को नहीं ढूंढ पाई हैं जबकि तब्लीगी जमातियों के बारे में जानकारी न देने के आरोप में पलवल जिले के पांच गांवों के सरपंच पर निलंबन की गाज गिरी है। 24 व 25 की मध्यरात्रि 12 बजे से लागू लॉकडाउन के वक्त और बाद में भी कई जमातियों के दिल्ली से सब्जी लदे ट्रकों में छिपकर हरियाणा के सीलबंद एनसीआर इलाकों नूंह, पलवल, सोनीपत, बहादुरगढ़ में प्रवेश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि हरियाणा से होकर गुजरे कई ट्रकों में छिपे जमाती पंजाब, जम्मू,-कश्मीर सीमा में पकड़े गए हैं।

लॉकडाउन के बाद जमातियों के प्रदेश में प्रवेश की संभावना से इनकार करते हुए हरियाणा के डीजीपी मनोज यादव ने ‘आउटलुक’ से बातचीत में कहा कि वे पूरी तरह से आश्वस्त कराना चाहते हैं कि लॉकडाउन के बाद एक भी तब्लीगी जमाती ने प्रदेश में प्रवेश नहीं किया है। 3 अप्रैल को डीजीपी ने यह भी दावा किया था कि तमाम जमातियों का पता लगा लिया गया है और उनकी संख्या 1,207 है।

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने प्रदेश में निजामुद्दीन मरकज से लौटे जमातियों के छिपे होने की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि “यदि कोई भी जमाती किसी भी जिले में कहीं पर छिपा है तो वह संबंधित जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट करे, नहीं तो डिजास्टर मैनेजमैंट एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। विज ने कहा कि अब तक प्रदेश में 1,377 जमातियों की पहचान की जा चुकी है और उन्हें क्वारंटाइन में रखा गया है। विज ने कहा कि इनमें 107 विदेशी नागरिक हैं, जिन पर पहले ही मुकदमा दर्ज किया जा चुका है”। सरकार को संदेह है कि कहीं और भी तब्लीगी प्रदेश में न हों।

अनिल विज ने बताया कि प्रदेश भर में निजामुद्दीन से लौटे तब्लीगी जमातियों के सैंपल लेने का काम शुरू कर दिया गया है। एक मार्च के बाद प्रदेश में जो भी जमाती आए हैं, उनके सभी के सैंपल लिए जाएंगे। विज ने माना कि प्रदेश में जमातियों की वजह से कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं लेकिन सभी के सैंपल लेने और फिर उनकी रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

अभी तक हरियाणा में कोरोना पीड़ित दो लोगों की मौत हो चुकी है जबकि पॉजिटिव मरीजों की संख्या 76 है। 60 कोरोना पॉजिटिव मरीजों में 4 श्रीलंका, 1 नेपाल से व 20 मरीज दूसरे राज्यों से शामिल हैं। 17,552 लोगों को निगरानी में रखा गया है। इसके अलावा 4,114 लोगों ने निगरानी का समय पूरा कर लिया है। वहीं अब तक 1,536 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, जिसमें से 978 की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है, जबकि 482 लोगों की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। कोरोना से पहली मौेत अंबाला के बुजुर्ग हरजीत सिंह कोहली की 2 अप्रैल को पीजीआई चंडीगढ़ में हुई थी। हरजीत की न तो कोई ट्रैवल हिस्ट्री थी और न ही शुरुआत में कोरोना के कोई लक्षण पाए गए थे।

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