राज्य सरकार ने इस घटना के लिए सुरक्षा में खामी की जांच के लिए एक जांच समिति गठित करने का आदेश जारी किया। इस समिति की अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव :गृह: जगपाल सिंह संधू करेंगे।
एडीजीपी रैंक के अधिकारी के तहत एक विशेष जांच दल का भी गठन किया गया है जो इस घटना के घटित होने में किसी खामी या षड़यंत्र की जांच करेगी। गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने संवाददाताओं से कहा, एडीजीपी :जेल: को निलंबित कर दिया गया है, जेल अधीक्षक एवं उपाधीक्षक बर्खास्त कर दिए गए हैं।
एडीजीपी :रेलवे: रोहित चौधरी को एम के तिवारी की जगह नया एडीजीपी :जेल: नियुक्त किया गया है, जबकि एस भूपति नाभा जेल के नए अधीक्षक बनाए गए हैं। एक प्रवक्ता ने कहा कि घटनास्थल पर स्थिति की समीक्षा के लिए उपमुख्यमंत्री सुखबीर जेल पहुंच गए हैं। पंजाब के पुलिस महानिदेशक सुरेश अरोड़ा पहले से ही नाभा में मौजूद हैं।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक :आंतरिक सतर्कता प्रकोष्ठ: प्रबोध कुमार इस एसआईटी के मुखिया होंगे। एसआईटी में आईजीपी :पटियाला जोन: परमराज सिंह, आईजीपी ईश्वर सिंह, आईजीपी :काउंटर इंटेलिजेंस: नीलाभ किशोर, डीआईजी :पटियाला रेंज: अमर सिंह चहल और एसएसपी :पटियाला: गुरमीत चौहान शामिल होंगे। सुखबीर ने कहा, विशेष जांच टीम को इस संबंध में तीन दिनों के भीतर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।
गृह सचिव को भी इस घटना पर एक रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। उन्होंने कहा, गृह सचिव मुझे खामियों पर एक रिपोर्ट देंगे। इस घटना में जो भी जिम्मेदार पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इन फरार कैदियों को पकड़ने में मदद के लिए इनके बारे में सूचना देने वाले व्यक्ति को 25 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। यहां नाभा जेल पर पुलिस की वर्दी में कुछ हथियारबंद लोगों ने हमला किया और खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख हरमिंदर मिंटू समेत पांच कैदियों को को भगा ले गए। भाषा एजेंसी