भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) के बठिंडा अध्यक्ष रामकरण रामा का कहना है कि बीते दो साल से पंजाब में कपास की खेती बरबाद हो रही है। जिसके परिणाम यह निकल रहे हैं कि अब यहां किसान आत्महत्याएं और बढ़ रही हैं। क्योंकि पिछले दो सालों की कपास की खेती के लिए गए कर्ज ही किसान नहीं निपटा पा रहा है। इस दफा गेंहू की पैदावार से ही उम्मीद थी लेकिन बारिश और ओलों की मार से यह फसल भी बरबाद हो गई है।
बारिश और ओलों से गेंहू की पैदावार पर असर पड़ेगा। गेंहू का दाना कमजोर होगा और फसल की कटाई पर भी ज्यादा रुपये खर्च होंगे। फिलहाल रोजाना पंजाब के आसमान में बादल हैं। मौसम विभाग के अनुसार 14 मार्च तक ऐसा मौसम बना रहेगा।